Bhamashah Shikshak Ramesh Nagar
🪔 दानवीर शिक्षक रमेश नागर: 3 करोड़ रुपये से अधिक दान, 5 बीघा जमीन भी की शिक्षा के लिए समर्पित
स्थान: कोटा, राजस्थान
तारीख: 13 अप्रैल 2025
📚 शिक्षा को समर्पित जीवन- Ramesh Nagar
कोटा जिले के कुराड़िया खुर्द गांव से संबंध रखने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक रमेश नागर आज शिक्षा क्षेत्र में अपनी अद्वितीय दानशीलता के लिए पूरे राजस्थान में एक प्रेरणा बन चुके हैं। नागर जी ने अपने पूरे सेवाकाल में जो वेतन पाया, वह पूरी तरह गांव के बच्चों की शिक्षा पर खर्च कर दिया। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि यदि नीयत नेक हो, तो अकेला व्यक्ति भी समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है।
💰 पेंशन की राशि भी दान में कर दी
2021 में राजकीय माध्यमिक विद्यालय, खजूरी ओपुर के प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें जो एकमुश्त पेंशन राशि प्राप्त हुई, उसे भी उन्होंने शिक्षा विभाग को दान कर दिया। इससे उनकी सेवा भावना और शिक्षा के प्रति समर्पण स्पष्ट रूप से सामने आता है।
🏫 35 लाख से स्कूल में चार कक्षाओं का निर्माण
नागर जी ने गांव के सरकारी स्कूल में 35 लाख रुपये की लागत से चार नए कमरे बनवाए हैं। इन कमरों का लोकार्पण 26 अप्रैल को राजस्थान सरकार के ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर द्वारा किया जाएगा। यह आयोजन पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है।
🌾 5 बीघा जमीन भी शिक्षा और विकास को समर्पित
उन्होंने केवल नगद दान ही नहीं किया, बल्कि अब तक 5 बीघा जमीन भी गांव के विकास और शिक्षा कार्यों के लिए समर्पित कर चुके हैं।
-
2 बीघा जमीन स्कूल निर्माण के लिए दी गई।
-
3 बीघा जमीन जीएसएस (ग्रिड सब-स्टेशन) के लिए भेंट की गई, जिससे पूरे गांव को बिजली की बेहतर सुविधा मिलेगी।
🗣 मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने सराहा योगदान
राजस्थान के मुख्यमंत्री और राज्य के शिक्षा मंत्री ने रमेश नागर के इस योगदान की प्रशंसा करते हुए कहा:
“रमेश नागर जैसे शिक्षकों की वजह से ही आज गांवों में शिक्षा की लौ जल रही है। उनका त्याग और समर्पण आने वाली पीढ़ियों के लिए आदर्श है। राज्य सरकार उनके योगदान को चिरस्थायी बनाने के लिए हर संभव कदम उठाएगी।”
शिक्षा मंत्री ने संकेत दिया है कि भविष्य में रमेश नागर जैसे शिक्षकों को राजकीय सम्मान दिए जाने की योजना भी बनाई जाएगी।
🏅 अब तक मिले सम्मान और पुरस्कार
दानवीर रमेश नागर जी की समाजसेवा और शिक्षा के प्रति योगदान को देखते हुए उन्हें समय-समय पर कई सम्मान और पुरस्कारों से नवाजा गया है:
✅ “राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान” – राजस्थान सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए।
✅ “जिला गौरव पुरस्कार” – कोटा जिला प्रशासन द्वारा समाज सेवा में विशेष योगदान के लिए।
✅ “भामाशाह सम्मान” – निजी संपत्ति को शिक्षा के लिए समर्पित करने पर यह विशिष्ट सम्मान प्राप्त हुआ।
✅ ग्राम पंचायत और स्थानीय निकायों द्वारा अभिनंदन – कई ग्राम सभाओं, सामाजिक संस्थाओं और स्वयंसेवी संगठनों ने श्री नागर को सम्मानित किया है।
इन सम्मानों से यह स्पष्ट होता है कि रमेश नागर जी ने सिर्फ एक शिक्षक के रूप में नहीं, बल्कि एक प्रेरक समाजसेवी के रूप में भी अपनी पहचान बनाई है।
💬 एक प्रेरणादायक संदेश
रमेश नागर का जीवन हमें यह सिखाता है कि असली सेवा वही है, जो बिना किसी स्वार्थ के हो। उन्होंने दिखाया कि एक शिक्षक केवल पढ़ाने तक सीमित नहीं है — वह समाज निर्माता होता है।
📢 हम सबके लिए संदेश:
“यदि हमारे पास थोड़ा भी अधिक है, तो समाज और आने वाली पीढ़ियों की शिक्षा में निवेश करें — यही सच्ची पूंजी है।”
📌 SEO Keywords
-
दानवीर शिक्षक रमेश नागर
-
शिक्षक द्वारा दान की मिसाल
-
कोटा शिक्षा समाचार
-
भामाशाह शिक्षक राजस्थान
-
शिक्षा क्षेत्र में प्रेरणादायक योगदान
-
3 करोड़ रुपये दान शिक्षक
-
राजस्थान शिक्षा प्रेरणा