यूथ एवं ईको क्लब Youth & Eco Club
यूथ एवं ईको क्लब Youth & Eco Club
(1) यूथ क्लब Youth Club के तहत बच्चों में जीवन जीने का कौशल, आत्मसम्मान एवं आत्मविश्वास विकसित करने तथा तनाव भय एवं संकोच भरे मनोविकारों को दूर कर सोध में लचीलापन विकसित करने के उद्देश्य से प्रत्येक राजकीय विद्यालय में यूथ क्लब की स्थापना की गयी है।
(2) ईको क्लब Eco Club के तहत बच्चों को अपने आस-पास के पर्यावरण, जैव-विविधता, जलवायु स्थानीय पारिस्थितिकी, पोषण, स्वास्थ्य स्वच्छता के प्रति जागरूक एवं संवेदनशील बनाने तथा पर्यावरण गतिविधियों एवं प्रोजेक्ट्स पर कार्य करने के लिए क्षमता प्रदान करने के उद्देश्य से प्रत्येक राजकीय विधालय में ईको क्लब की स्थापना की गयी है। विशेष रूप से विद्यार्थियों में स्वच्छता प स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की समझ विकसित की जानी है।
3) विद्यालयों में पर्यावरण संरक्षण हेतु हरित पाठशाला एवं विद्यालय वाटिका/किचन गार्डन को लागू करने के लिये ( ईको क्लब पुर्नगठित करना। साथ ही बच्चों में पर्यावरण की समर, संरक्षण के महत्य, बातावरण को स्वच्छ बनाना वृक्षारोपण व संख्क्षण आदि कार्य को यूथ एवं ईको क्लब अन्तर्गत विद्यार्थियों को भी सहभागी बनावा जाये।
(4) ईको क्लब के गठन का उद्देश्य विद्यालय स्तर पर कार्बन उत्सर्जन को कम कर जलवायु के प्रति विद्यार्थियों को संवेदनशील बनाना।
(5) विश्व पर्यावरण की थीम “ईको सिस्टम रिस्टोरेशनः रीइमेजिन (फिर से बनाना) एवं पुर्नस्थापना” करने के उद्देश्य की क्रियान्विति हेतु राजस्थान के मौगोलिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुये उष्ण व अर्थ शुष्क जलवायु में हरियाली को बनाये रखना, जल संरक्षण एवं वनों के संरक्षण पर विशेष ध्यान देना अति आवश्यक है।
यूथ एवं ईको क्लब गठन की प्रक्रिया:
1. प्रत्येक विद्यालय में युथ एवं ईको क्लब के तहत कक्षा 1 से 8 के विद्यार्थियों के लिये युथ एवं ईको क्लब के तहत पांच सदन (हाऊस) बनाये जायेंगे इनके नाम पृथ्वी, जल, वायु, आकाश एवं अग्नि होंगे। इसी प्रकार कक्षा 9 से 12 के लिये युथ एवं ईको क्लब के तहत पांच सवन (हाऊस) बनाये जायेंगे इनके नाम पृथ्वी, जल, वायु, आकाश एवं अग्नि होंगे।
2. विद्यालय संस्था प्रधान युथ एवं ईको क्लब के प्रभारी अधिकारी होंगे।
3. संख्या प्रधान (प्रभारी अधिकारी) की भूमिका सहायक, मार्गदर्शक एवं कार्यक्रम के लिये सुविधा उपलब्ध कराने की होगी। विद्यालय में हाऊस व्यवस्था के तहत यूथ एवं ईको क्लब की गतिविधियों को संचालित करने की समस्त जिम्मेदारी संस्था प्रधान की होगी।
4.संस्था प्रधान द्वारा विद्यालय के प्रत्येक शिक्षक/शिक्षिका को सदन (हाऊस) का प्रभार दिया जायेगा। विद्यालय में शिक्षकों की संख्या सदन (हाऊस) की संख्या से अधिक होने की स्थिति में कुछ सदनों के लिये एक से अधिक प्रभारी शिक्षक/शिक्षिका बनाये जायेंगे। विद्यालय में सदन (हाऊस) से कम शिक्षक उपलब्ध होगे की स्थिति में कुछ शिक्षकों को एक से अधिक सदन (हाऊस) का प्रभारी शिक्षक नियुक्त किया जायेगा। वरिष्ठता के आधार पर वरिष्ठ शैक्षिक कार्मिक को अपेक्षाकृत अधिक सदन (हाऊरा) का प्रभार दिया जायेगा।
5. प्रारम्भिक शिक्षा की प्रत्येक्ष कक्षा के विद्यार्थियों को पांच भागों में विभाजित कर प्रत्येक भाग के विद्यार्थी को एक सदन (हाऊस) के नाम से सम्बोधित किया जायेगा। इस प्रकार प्रारम्भिका शिक्षा की कक्षाओं के पांचों सदनों में सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों का समान संख्या में प्रतिनिधित्य हो सकेगा। इसी प्रक्रिया के तहत माध्यमिक शिक्षा की कक्षाओं के लिये पांच सदन बनाये जायेंगे।
6.इस प्रकार प्रारम्भिक शिक्षा के विद्यालयों में युथ एवं ईको क्लब के तहत पांच सदन (हाऊस) कार्य करेंगे एवं माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों में यूथ एवं ईको कलब के तहत उन्हीं नाम से पांच सदन (हाऊस) कार्य करेंगे।
7. विद्यालय में नव प्रवेशित विद्यार्थी जिस सदन (हाऊस) का सदस्य बनेगा विद्यालय की अन्तिम कक्षा तक उसी सदन (हाऊस) का सदस्य रहेगा।
8.प्रत्येक सदन की गतिविधियों को प्रभारी शिक्षक/ शिक्षकों द्वारा संचालित करवाया जायेगा। प्रत्येक सदन (हाऊस) में सभी विद्यार्थियों का स्तर समान होगा। विद्यार्थियों में वरिष्ठ एवं कनिष्ठ जैसी व्यवस्था को विकसित नहीं करनी है। सदन (हाऊस) की गतिविधियों को संचालित करने में विद्यार्थियों का सक्रिय सहयोग लिया जायेगा। अच्छा प्रदर्शन करने के लिये बच्चों को प्रोत्साहित किया जायेगा एवं प्रत्येक बच्चे को समान रूप से अवसर प्रदान किया जायेगा।
9.पांच मूल तत्व आधारित नामों में से जिस नाम तत्व से सम्बन्धित सदन (हाऊस) में विद्यार्थियों को प्रवेश मिला है. उस सदन (हाऊस) के नाम के अनुरूप विषय पर विद्यार्थियों के लिये भाषण, निबन्ध लेखन, पत्र लेखन, पोस्टर बनवाना, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियां आयोजित करवायी जायें। साथ ही भाषा, सामाजिक विज्ञान के विषय यथा भूगोल, इतिहास, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान तथा विज्ञान संकाय के विषयों यथा जीव विज्ञान, भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, गणित तथा खगोल विज्ञान (एस्ट्रोनोमी) आदि को सदन (हाऊस) के नाम से साथ जोड़ते हुए विषय एवं प्राकृतिक मूल तत्व की महत्वता एवं सम्बद्धता को समझाने का उपक्रम विद्यार्थियों से करवायें।
10.सदस्य विद्यार्थीगणों को उनके स्वयं के नाम के अर्थ को समझाते हुए उसे अपने सदन (हाऊस) के नाम के परिप्रेक्ष्य में सम्बद्ध करने के प्रयास के लिये प्रेरित्त किया जायेगा। साथ ही प्रत्येक विद्यार्थी को सदन (हाऊस) के नाम का महत्व बतलाते हुए इस नाम की अन्य विषयों से सम्बद्धता को इन्टरनेट, पत्र-पत्रिकाओं इत्यादि स्त्रोतों से विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिये प्रेरित किया जायेगा। इससे बच्योंबच्चों के ज्ञान में वृद्धि होगी तथा वे अपने सदन के नाम को समग्र रूप से समझ सकेंगे एवं अन्ध विषयों से सम्बद्ध कर सकेंगे।
11. प्रत्येक सदन (हाऊस) में यूध एवं ईको क्लब की समस्त गतिविधियां आयोजित की जायेंगी। ये गतिविधियां प्रभारी शिक्षक / शिक्षकों के निर्देशन में संचालित की जायेंगी।
12. समस्त विद्यार्थियों को यूथ एवं ईको क्लब की गतिविधियों में भाग लेने हेतु प्रोत्साहित किया जायेगा। 13. समय-समय पर प्रारम्भिक शिक्षा वो विद्यार्थियों के पांचों सदन (हाऊस) के मध्य चूध एवं ईको क्लब की गतिविधियों की प्रतियोगिता आयोजित की जायेंगी एवं विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिये पुरस्कृत किया आयेगा। इसी प्रकार की प्रतियोगिताएं माध्यमिक शिक्षा के विद्यार्थियों के पांचों सदनों के मध्य आयोजित की जायेंगी।
13. यूथ एवं ईको क्लब की गतिविधियों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों से बालसभा के दौरान गतिविधि का प्रदर्शन कराया जायेगा।
15. विद्यार्थी उपस्थिति रजिस्टर में विद्यार्थी के नाम के सम्मुख उसकै सदन (हाऊस) का नाम भी अंकित किया जाये ताकि विद्यार्थियों को सदन (हाऊस) के नाम से भी पहचाना जाये। विद्यालय की प्रारम्भिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा के प्रत्येक सदन का रजिस्टर संधारित किया जायेगा। रजिस्टर के मुख्य पृष्ठ पर यूथ एवं ईको क्लब तथा सदन (हाऊस) का नाम अंकित होगा। रजिस्टर में सदन (हाऊस) के विद्यार्थियों के नाम व कक्षा अंकित होगी। साथ ही प्रत्येक विद्यार्थी की रूचि की गतिविधि अंकित की जायेंगी। आयोजित की गई प्रत्येक गतिविधि का संक्षिप्त विवरण एवं दिनांक तथा आयोजन की समयावधि अंकित वार नोडल अधिकारी व संस्था प्रधान द्वारा प्रमाणित किया जायेगा।
17. विद्यालय अवलोकन के समय संस्थाप्रधान द्वारा अवलोकन अधिकारी को ‘यूथ एवं ईको क्लब रजिस्टर” का अवलोकन कराया जाकर हस्ताक्षर प्राप्त किये जायेंगे।
यूथ क्लब गतिविधियाँ:-
- यूथ क्लब गतिविधियों में क्विज प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, संगीत, कला एवम् सांस्कृतिक गतिविधियां इत्यादि शामिल किया जाए। विद्यालयों में अनुपयोगी सामग्रियों को उपयोगी बनाने हेतु विद्यार्थियों के रचनात्मक, कार्य कौशल बौद्धिक क्षमताओं का विकास करने के अवसर प्रदान किये जाए। इस हेतु विद्यार्थियों को गतिविधियों के माध्यम से शिक्षकों का मार्गदर्शन / राहयोग लिया जाये।
- विद्यार्थियों को सड़क पर पैदल चलने एवं वाहन चलाने के नियमों की जानकारी दिए जाने हेतु कार्यशाला का आयोजन करवाया जाए।
ईको क्लब गतिविधियाँ:-
- वृक्षारोपण, पर्यावरण एवं स्वास्थ्य पर आधारित चल-चित्रों का प्रदर्शन, अभिभावकों व सेवानिवृत्त एवं सेवारत राजकीय अधिकारी, शिक्षक, डॉक्टर, कोच, पर्यावरण के लिए कार्य करने वाले व्यक्तियों की वार्ता का आयोजन करवाया जाए।
- विद्यालय की समस्त भौतिक सुविधाऐं यथा बालक बालिकाओं हेतु पृथक-पृथक सुविधाओं युक्त शौचालय-मूत्रालय, पेयजल एवं हाथ धुलाई व्यवस्थाए क्रियाशील होनी चाहिये।
- विद्यालय में चारदीवारी, पर्याप्त भूमि एवं जलस्त्रोत उपलब्ध होने की स्थिति में पोषण वाटिका एवं फलदार पौधों एवं किचन गार्डन को लगाया जाये।
- राशि का उपयोग कचरा पात्र (नीला व हरा), जल निकासी की सुचारू व्यवस्था, वृक्षारोपण, पानी की टंकी की सफाई, ट्री गार्ड इत्यादि में किया जाए।
- विद्यालय में सघन वृक्षारोपण कार्य करवाया जाना अनिवार्य है। चारदीवारी विहीन विद्यालयों में ऐसे पौधे लगाए जाए, जो चारदीवारी का कार्य करें साथ ही जिन्हें पशु नहीं खाते हो।
- वृक्षारोपण कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु पर्यावरण संरक्षण तथा वृक्षों के अभाव में होने वाले नुकसान जैसे विषयों पर विद्यालय में विभिन्न प्रतियोगिताए यथा निबन्ध, चित्रकला, भाषण, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं, नक्कट नाटक इत्यादि का आयोजन किया जाए।
- बच्चों में अपने स्थानीय पर्यावरण की समझ विकसित करने के लिए वहाँ उगने वाले पौधे, घास, फलदार वृक्षों की जानकारी दी जाए तथा इनके संरक्षण के सम्बन्ध में कार्यक्रम आयोजि करवाए जाए।
- रोपित किए गए वृक्षों के संरक्षण का कार्य पूर्ण आत्मीयता के साथ किया जाए।
राशि उपयोग के सम्बन्ध में निर्देश व निर्धारित समय सीमा –
1. राशि उपयोग की सुनिश्चितता निम्नलिखित चरणबद्धसमय सीमा में किया जाना है-
जुलाई से सितम्बर | अक्टूबर से नवम्बर |
80% | 20% |
2. बजट प्राप्त होने पर उक्त सारणी के अनुसार समय सीमा में राशि का उपयोग किया जाए। चरणबद्ध रूप से समय सीमा में राशि का उपयोग नहीं किए जाने पर सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही अगल में लाई जाएगी।
Note-उक्त टेबल की क्रम संख्या 4 में वर्णित ईको क्लब की गतिविधि की राशि का उपयोग वृक्षा रोपण में किया जाना है।
सामग्री का नाम |
प्राथमिक विद्यालयों के लिए राशि व्यय के प्रावधान |
उच्च प्राथमिक विद्यालयों के लिए राशि व्यय के प्रावधान |
माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए राशि व्यय के प्रावधान |
स्टेशनरी, पेन, पेन्सिल इत्यादि | 500 | 500 | 1000 |
यूथ क्लब की गतिविधि | 1500 | 3500 | 5500 |
विद्यालय में साफ-सफाई स्वच्छता इत्यादि हेतु | 1500 | 2500 | 3000 |
ईको क्लब की गतिविधि | 1500 | 3500 | 5500 |
कुल राशि | 5000 | 10,000 | 15000 |
क्र.स. | Important Link For Youth & Eco Club | Download Link |
1. | Guidelines Youth & Eco Club 2024-25 | |
2. | Education Department All Pdf | Apni Govt |
Youth and ECO Club, 2024 to 2025
isi website ke govt order me sabhi official pdf de rkhi hai
Download link
https://apnigovt.com/wp-content/uploads/2024/05/Guideline-of-Youth-Eco-Club-2024-25.pdf
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