Diwali Bonus –
अनुपातिक बोनस (Ad-Hoc Bonus) 2024-25 के लिए वित्त विभाग के नियमों के अनुसार, वह कर्मचारी पात्र माना जाएगा जिसकी प्रोबेशन अवधि पूरी हो चुकी है और 31 मार्च तक कम से कम 6 महीने की नियमित सेवा पूरी हो। बोनस की अधिकतम राशि ₹6774 है, जो 30 दिनों के वेतन के बराबर होती है, और यह सेवा अवधि के आधार पर प्रो-राटा (अनुपातिक) रूप से दी जाती है। जिन कर्मचारियों का वेतन Pay Matrix में L-12 या उससे कम स्तर पर है, वे इस बोनस के पात्र होते हैं, जबकि L-13 या उससे ऊपर के कर्मचारी इसके लिए पात्र नहीं माने जाते। बोनस नहीं मिलने के प्रमुख कारणों में 6 महीने से कम सेवा, प्रोबेशनर स्थिति, संविदा/दैनिक वेतन पर कार्यरत होना, 31 मार्च से पहले सेवानिवृत्ति, मृत्यु या त्यागपत्र देना, तथा बिना वेतन अवकाश (LWP) के कारण सेवा अवधि कम होना शामिल है। बोनस की गणना का सूत्र है — ₹6774 को 12 से विभाजित कर प्रति माह ₹564.50 निकालना और उसे सेवा के योग्य महीनों से गुणा करना। उदाहरण के लिए, यदि प्रोबेशन 29 सितंबर को पूर्ण हुआ है और 31 मार्च तक 6 महीने से अधिक सेवा पूरी है, तो कर्मचारी को लगभग ₹3387 का बोनस मिलेगा। इसके अलावा, बोनस की राशि का 75% नकद दिया जाता है जबकि शेष 25% GPF या NPS खाते में जमा होता है।
अनुपातिक बोनस (Ad-Hoc / Proportionate Bonus) – 2024–25 पूरी गाइड
अनुपातिक बोनस (Ad-Hoc Bonus) 2024–25 के लिए नियम स्पष्ट करते हैं कि कर्मचारी की प्रोबेशन अवधि पूरी होने के बाद और 31 मार्च तक कम से कम 6 महीने की नियमित सेवा होने पर बोनस देय है। अधिकतम राशि ₹6774 (30 दिन) है और सेवा अवधि के आधार पर प्रो-राटा दी जाती है। Pay Matrix में L-11 या उससे कम स्तर वाले कर्मचारी पात्र माने जाते हैं, जबकि L-12 या उससे ऊपर वालों को यह लाभ नहीं मिलता। 6 महीने से कम सेवा, प्रोबेशनर/कॉन्ट्रैक्ट/डेली-वेज स्थिति, 31 मार्च से पहले सेवानिवृत्ति/त्यागपत्र/मृत्यु, या LWP जैसी स्थितियों में बोनस देय नहीं होता। बोनस की गणना (₹6774 ÷ 12) × योग्य महीनों से होती है; उदाहरणतः 29 सितम्बर को प्रोबेशन पूर्ण होने पर 31 मार्च तक 6+ माह पूरे मानकर राशि लगभग ₹3387 बनती है। भुगतान का 75% नकद और 25% GPF/NPS में जमा किया जाता है (जहाँ लागू)।
- Pay Level पात्रता: L-11 या उससे कम पात्र; L-12 और ऊपर अपात्र।
- Service Rule: 31 मार्च तक ≥ 6 माह की नियमित सेवा (प्रोबेशन के बाद) अनिवार्य; 6–12 माह पर प्रो-राटा, 12 माह पर फुल।
- Max Amount: 30 दिनों के बराबर ₹6774 (₹7000 ceiling को 31 दिन मानकर 30 दिन = ₹6774)।
- भुगतान विभाजन: 75% नकद + 25% GPF/NPS (जहाँ लागू/आदेशित)।
✅ बोनस मिलेगा यदि:
- प्रोबेशन 31 मार्च से पहले पूरा हो चुका हो और उसके बाद ≥ 6 माह की नियमित सेवा बनी हो।
- Pay Matrix में L-11 या कम पर वेतन आहरित हो रहा हो।
- 31 मार्च को सेवा में हों (और सामान्यतः 1 अप्रैल को भी निरंतर)।
- EL/CL जैसे सामान्य अवकाश लिए हों—जिनसे सेवा “विरामित” नहीं मानी जाती (LWP छोड़कर)।
- डिप्यूटेशन पर हों और आदेशानुसार वहां से भुगतान योग्य हो—डिप्यूटेशन अवधि पात्रता में जोड़ी जा सकती है।
❌ बोनस नहीं मिलेगा यदि:
- L-12 या ऊपर Pay Level हो।
- 31 मार्च तक 6 माह से कम नियमित सेवा (प्रोबेशन के बाद) बनी हो।
- Probationer Trainee / Contract / Daily-wage / Outsourced स्थिति हो।
- 31 मार्च तक सेवानिवृत्ति/त्यागपत्र/मृत्यु हो चुका हो।
- Suspension में हों (पुनर्बहाली व फुल इमोल्युमेंट न मिलने तक)।
- LWP जैसी अवधि सेवा से घटाई जाती है—घटाने पर 6 माह पूरे न बनें तो अपात्र।
ध्यान दें: कुछ कार्यालय आंशिक माह को “पूर्ण माह” नहीं मानते—स्थानीय/विभागीय आदेश देखें।
⇒ प्रति माह = ₹564.50
राशि आम तौर पर निकटतम रुपये में राउंड होती है।
29 सितम्बर → 31 मार्च = 6 माह+ (अक्टूबर–मार्च)
⇒ 6 माह की न्यूनतम शर्त पूरी
6 × ₹564.50 = ₹3387 (राउंड)
आपका कार्यालय “पूर्ण माह” नियम सख्ती से लागू करता है तो आदेश की भाषा देखें।
सेवा अवधि (महीने) | बोनस राशि (₹) |
---|---|
6 महीने से कम | ❌ बोनस देय नहीं |
6 महीने | 3387 |
7 महीने | 3952 |
8 महीने | 4516 |
9 महीने | 5081 |
10 महीने | 5645 |
11 महीने | 6210 |
12 महीने | 6774 (अधिकतम) |
यह प्रावधान विभागीय/राज्य आदेश के अनुसार लागू होता है—अपना लागू आदेश देखें।
- प्रोबेशन पूर्ण होने की आधिकारिक तिथि (ऑर्डर/एसआर) मिलान करें।
- 31 मार्च तक ≥ 6 माह नियमित सेवा (प्रोबेशन के बाद) बन रही है?
- LWP/विशेष अवकाश घटाने के बाद भी 6 माह पूरे हैं?
- आपका Pay Level L-11 या कम है (L-12+ पर अपात्र)?
- निलंबन/त्यागपत्र/सेवानिवृत्ति/मृत्यु जैसी स्थितियों का प्रभाव देखें।
डिस्क्लेमर: अंतिम पात्रता/राशि आपके विभाग/राज्य के लागू आदेशों के अनुसार होगी।