आपणी लाडो बालिका शिक्षा योजना दिशा-निर्देश 2024-25
“बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ कार्यक्रम बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने एवं बालिकाओं (Aapni Lado Yojana) के कल्याण से सम्बन्धित सभी विषयों पर जागृति फैलाने की एक महत्वपूर्ण पहल है।
- इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एसएमसी एवं एसडीएमसी सदस्य / स्थानीय प्राधिकारी / जनप्रतिनिधि एवं शिक्षकों के साथ सभी हितधारकों की जागृति एवं सहभागिता अत्यन्त आवश्यक है।
- इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए राज्य के समस्त जिलों में सभी राजकीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बालिका शिक्षा हेतु “समुदाय जागृति कार्यक्रम” मनाने का प्रावधान किया गया है।
- इस कार्यक्रम के अन्तर्गत बालिकाओ को विद्यालयों में जोडने, ठहराव सुनिश्चित करने एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु सभी विद्यालयों द्वारा एक रैली आयोजित की जायेगी एवं बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु पोस्टर का निर्माण कर सार्वजनिक स्थलों पर लगाये जायेगें।
- वर्ष 2024-25 के वार्षिक कार्य योजना बजट समस्त जिलों के 51977 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों हेतु राशि ₹ 129.9425/ लाख व 17424 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों हेतु राशि ₹ 43.5600/- लाख का प्रावधान है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के Task No. 198 अनुसार Social Issue and Stigmas पर प्रधानाचार्य, परामर्शदाता और विद्यार्थियों को संवेदनशील बनाया जाना है जिससे शिक्षा की मुख्य धारा से अलग-थलग एवं वंचित वर्ग को मुख्य चारा में शामिल किया जाये।
Aapni Lado Scheme Work Process क्रियाविधि :-
राज्य के समस्त जिलों के सभी राजकीय प्राथमिक/ उच्च प्राथमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में जुलाई माह में एक रैली एवं एसएमसी / एसडीएमसी की बैठक आयोजित की जायेगी। एसएमसी / एसडीएमसी, अध्यापकों व समुदाय के सहयोग से बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु पोस्टर का निर्माण कर सार्वजनिक स्थलों पर लगाये जायेंगे।
रैली से एक दिन पूर्व ही बच्चों को रैली के आयोजन एवं उद्देश्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जायें।
“बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ“ कार्यक्रम की राज्य सरकार द्वारा ब्रान्ड एम्बेसेडर बनाई गयी सुश्री “अवनि टोक्यो पैराओलम्पिक में स्वर्ण पदक विजेता की जीवन की सफलता की कहानी का वृत्तान्त भी बताया जाये।
- प्रातः रैली आयोजित की जायेगी, जिसमें विद्यालय के सभी विद्यार्थी एवं शिक्षक-शिक्षिकायें भाग लेंगे।
- अभिभावकों एवं जनप्रतिनिधियों को भी यथासंभव रैली में सम्मिलित किया जायें।
- रैली में प्रचार-प्रसार हेतु बैनर छोटे-छोटे बोर्ड, तख्तियर्थी आदि तैयार की जाये। इसके लिए अध्यापकों एवं बच्चों से सहयोग लिया जाये।
- बैनर एवं तख्ती आदि पर बालिका शिक्षा एवं अन्य बालिकाओं से सम्बन्धित विषयों पर स्लोगन कविताये जानकारी आदि लिखे जायें।
- रैली विद्यालय के कैचमेंट एरिया के सभी गलियों एवं मौहल्लों से निकाली जाये।
- इस गतिविधि के लिए प्रति विद्यालय₹250/- का प्रावधान किया गया है। इस राशि का उपयोग बैनर, तख्ती आदि सामग्री तैयार करने में किया जाये।
- राशि का व्यय एसएमसी / एसडीएमसी के माध्यम से किया जाए एवं व्यय का पूर्ण अभिलेख भी संधारित्त कर रखा जाए।
- प्रचार-प्रसार हेतु बनाई जाने वाली सामग्री विद्यालय अभिलेखों में संधारित कर विद्यालय में सुरक्षित रखें।
- रैली की सूचना/पोस्टर गाँव के मुख्य स्थानों जैसे ग्राम पंचायत, बाजार आदि स्थानों पर चस्पा की जाए।
- रैली में एएनएम/आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/आशा सहयोगिनी आदि को भी आमंत्रित किया जाए।
रैली/पोस्टर सार्वजनिक स्थान पर लगाये जाने के बाद एसएमसी / एसडीएमसी की बैठक में “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए निम्न बिन्दुओं पर चर्चा की जायें :-
- विद्यालय में यदि बालिकाओं का नामांकन कम है तो कम होने के कारण।
- बालिकाओं के अधिक ड्राप आउट का कारण।
- विद्यालय परिक्षेत्र में आने वाली अनामांकित बालिकाओं के नामांकन बढ़ाने एवं ड्राप आउट कम करने के उपाय एवं इसमें समुदाय की भूमिका।
- बालिकाओं की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य।
- बालिकाओं के लिए अलग से शौचालय एवं उसकी सफाई की व्यवस्था।
- स्थानीय परिस्थितियों से सम्बन्धित्त बालिकाओं से जुड़े विशेष मुद्दे।
- केन्द्र / राज्य सरकार द्वारा बालिकाओं हेतु संचालित लाभकारी योजनाओं की जानकारी
नोट:- रैली व बैठक के दौरान महिला/बालिका रोल मॉडल को आमंत्रित कर उनके संघवर्ष/सफलता के अनुभवों की प्रस्तुती करवायी जाये तथा सुश्री अवनि ब्रांड एम्बेसेडर “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” की संघर्ष / सफलता की कहानी दोहरायी जाये।
- उपरोक्त के अलावा बालिकाओं से सम्बन्धित अन्य ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है।
- इस बैठक के निष्कर्ष में बालिकाओं से जुड़ी विभिन्न समस्याओं के समाधान एवं उसमें अभिभावकों, स्थानीय प्राधिकारियों / जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों, छात्रों एवं अन्य हितधारकों की भूमिका को भी स्पष्ट किया जाये।
- उक्त कार्यक्रम में ऐसे अभिभावकों को सम्मानित किया जा सकता है जिनकी बेटियों ने शैक्षिक व सहशैक्षिक क्षेत्र में अपने गाँव/ क्षेत्र में उपलब्धि प्राप्ति की हो।
- बैठक का संचालन एवं संयोजन का दायित्व पीईईओ/संस्था प्रधान या उनके द्वारा नामित किसी अन्य अध्यापक का होगा।
- गतिविधि के आयोजन के उपरान्त गतिविधि से सम्बन्धित फोटोग्राफ्स व रिकार्ड संधारित किया जायेगा, जो अधिकारियों के अवलोकन हेतु विद्यालय में सुरक्षित रहेगा।
नोटः आपणी लाड़ो बालिका शिक्षा हेतु समुदाय जागृति कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय में जुलाई, 2024 तक सम्पन्न किया जाकर व्यय राशि की प्रविष्टि अगस्त 2024 तक किया जाना सुनिश्चित करें।
Aapni Lado Yojna लेखा स्तर पर उल्लेखनीय बिन्दु :-
1. जिस मद के लिए राशि उपलब्ध कराई जा रही है, व्यय उसी मद में ही किया जायें।
2. व्यय राशि का उपयोगिता प्रमाण-पत्र निर्धारित प्रपत्र में भिजवाया जाना सुनिश्चित करें।
3. राशि का उपयोग योजना के दिशा-निर्देशों, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली की गाईड लाईन एवं लोक उपापन में पारदर्शिता अधिनियम 2012 एवं नियम 2013 एवं वित्तीय नियमों की पूर्ण पालना करते हुये विहित प्रक्रियानुसार किया जाना सुनिश्चित किया जायें।
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