भारत के माननीय प्रधान मंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने 30/07/2022 को रूफटॉप सोलर ( Rooftop Solar-Free Bijli Yojana ) के लिए राष्ट्रीय पोर्टल लॉन्च किया। श्री आर.के. सिंह, केंद्रीय बिजली और एनआरई मंत्री और श्री कृष्ण पाल गुर्जर, राज्य मंत्री, बिजली और भारी उद्योग उपस्थित थे। श्री भगवंत खूबा, राज्य मंत्री, एमएनआरई वस्तुतः शामिल हुए।
ग्रेड A, B, और C सौर पैनलों के बीच के अंतर:
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ग्रेड A सौर पैनल:
- उत्पादन क्षमता: उच्चतम दक्षता, आमतौर पर 18-22%।
- दीर्घकालिक स्थायित्व: लंबे समय तक टिकाऊ, 25-30 वर्षों की वारंटी।
- प्रदर्शन: अधिकतम ऊर्जा उत्पादन, कम लाइट में भी अच्छा प्रदर्शन।
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ग्रेड B सौर पैनल:
- उत्पादन क्षमता: मध्यम दक्षता, आमतौर पर 15-18%।
- दीर्घकालिक स्थायित्व: अच्छी गुणवत्ता, 15-20 वर्षों की वारंटी।
- प्रदर्शन: सामान्य लाइट की स्थिति में अच्छा प्रदर्शन, लेकिन ग्रेड A जितना अच्छा नहीं।
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ग्रेड C सौर पैनल:
- उत्पादन क्षमता: न्यूनतम दक्षता, आमतौर पर 12-15%।
- दीर्घकालिक स्थायित्व: कम गुणवत्ता, 10-15 वर्षों की वारंटी।
- प्रदर्शन: कम लाइट की स्थिति में कम प्रदर्शन।
5 साल में ऊर्जा उत्पादन का उदाहरण:
मान लीजिए कि आपके पास 1 किलोवाट (KW) सौर पैनल सिस्टम है। हम इस पर अलग-अलग ग्रेड के पैनल के प्रभाव को 5 साल में देखेंगे।
मानक बातें:
- दिन में औसतन 5 घंटे सूर्य की रोशनी।
- सालाना ऊर्जा उत्पादन गणना: पैनल की दक्षता × 5 घंटे × 365 दिन।
- 5 साल का ऊर्जा उत्पादन: सालाना उत्पादन × 5।
ग्रेड A सौर पैनल:
- दक्षता: 20% (0.20)
- सालाना उत्पादन: 1 KW × 5 घंटे × 365 दिन × 0.20 = 365 किलोवाट-घंटे (kWh)
- 5 साल का उत्पादन: 365 kWh × 5 = 1825 kWh
ग्रेड B सौर पैनल:
- दक्षता: 17% (0.17)
- सालाना उत्पादन: 1 KW × 5 घंटे × 365 दिन × 0.17 = 310.25 kWh
- 5 साल का उत्पादन: 310.25 kWh × 5 = 1551.25 kWh
ग्रेड C सौर पैनल:
- दक्षता: 13% (0.13)
- सालाना उत्पादन: 1 KW × 5 घंटे × 365 दिन × 0.13 = 237.25 kWh
- 5 साल का उत्पादन: 237.25 kWh × 5 = 1186.25 kWh
निष्कर्ष:
- ग्रेड A पैनल 5 साल में लगभग 1825 kWh ऊर्जा उत्पन्न करेंगे।
- ग्रेड B पैनल 5 साल में लगभग 1551.25 kWh ऊर्जा उत्पन्न करेंगे।
- ग्रेड C पैनल 5 साल में लगभग 1186.25 kWh ऊर्जा उत्पन्न करेंगे।
इस प्रकार, ग्रेड A पैनल उच्च दक्षता के साथ सबसे अधिक ऊर्जा उत्पन्न करेंगे, जबकि ग्रेड C पैनल सबसे कम ऊर्जा उत्पन्न करेंगे। ग्रेड B पैनल इसके बीच का प्रदर्शन देंगे।
सौर पैनल के ग्रेड के अनुसार खर्च:
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ग्रेड A सौर पैनल:
- उत्पादन क्षमता: उच्चतम दक्षता (18-22%)
- लागत: आमतौर पर ₹50,000 से ₹70,000 प्रति किलोवाट (KW)
- विशेषताएँ: उच्च गुणवत्ता, लंबे समय तक टिकाऊ, बेहतर प्रदर्शन
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ग्रेड B सौर पैनल:
- उत्पादन क्षमता: मध्यम दक्षता (15-18%)
- लागत: आमतौर पर ₹40,000 से ₹50,000 प्रति किलोवाट (KW)
- विशेषताएँ: अच्छी गुणवत्ता, मानक प्रदर्शन
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ग्रेड C सौर पैनल:
- उत्पादन क्षमता: न्यूनतम दक्षता (12-15%)
- लागत: आमतौर पर ₹30,000 से ₹40,000 प्रति किलोवाट (KW)
- विशेषताएँ: कम गुणवत्ता, बजट में आने वाले पैनल
सब्सिडी और बिना सब्सिडी लागत:
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सरकारी सब्सिडी:
- ग्रेड A पैनल: सरकार आमतौर पर ₹20,000 से ₹30,000 प्रति किलोवाट सब्सिडी देती है।
- ग्रेड B पैनल: सब्सिडी की राशि आमतौर पर ₹15,000 से ₹25,000 प्रति किलोवाट हो सकती है।
- ग्रेड C पैनल: सब्सिडी की राशि ₹10,000 से ₹20,000 प्रति किलोवाट हो सकती है।
नोट: सब्सिडी की राशि राज्य सरकारों और केंद्रीय योजनाओं के अनुसार बदल सकती है, इसलिए संबंधित विभाग से सटीक जानकारी प्राप्त करें।
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बिना सब्सिडी लागत:
- ग्रेड A सौर पैनल: ₹50,000 से ₹70,000 प्रति किलोवाट
- ग्रेड B सौर पैनल: ₹40,000 से ₹50,000 प्रति किलोवाट
- ग्रेड C सौर पैनल: ₹30,000 से ₹40,000 प्रति किलोवाट
सब्सिडी की प्रक्रिया:
- आवेदन: आपको अपने राज्य के सौर ऊर्जा विभाग या सरकारी वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
- दस्तावेज़: पहचान पत्र, पते का प्रमाण, और सौर पैनल की लागत से संबंधित दस्तावेज़ आवश्यक होते हैं।
- प्रोसेसिंग: आवेदन की प्रक्रिया आमतौर पर 30-60 दिन ले सकती है।
निष्कर्ष:
सौर पैनलों के ग्रेड A, B, और C के बीच का अंतर उनकी लागत, उत्पादन क्षमता और दीर्घकालिक स्थायित्व पर आधारित है। सरकारी सब्सिडी से आपको सौर पैनल की कुल लागत पर भारी राहत मिल सकती है। बिना सब्सिडी के, लागत अधिक हो सकती है, लेकिन सब्सिडी का लाभ उठाकर आप इसे कम कर सकते हैं।
सौर पैनल के ग्रेड के अनुसार खर्च:
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ग्रेड A सौर पैनल:
- उत्पादन क्षमता: उच्चतम दक्षता (18-22%)
- लागत: आमतौर पर ₹50,000 से ₹70,000 प्रति किलोवाट (KW)
- विशेषताएँ: उच्च गुणवत्ता, लंबे समय तक टिकाऊ, बेहतर प्रदर्शन
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ग्रेड B सौर पैनल:
- उत्पादन क्षमता: मध्यम दक्षता (15-18%)
- लागत: आमतौर पर ₹40,000 से ₹50,000 प्रति किलोवाट (KW)
- विशेषताएँ: अच्छी गुणवत्ता, मानक प्रदर्शन
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ग्रेड C सौर पैनल:
- उत्पादन क्षमता: न्यूनतम दक्षता (12-15%)
- लागत: आमतौर पर ₹30,000 से ₹40,000 प्रति किलोवाट (KW)
- विशेषताएँ: कम गुणवत्ता, बजट में आने वाले पैनल
सब्सिडी और बिना सब्सिडी लागत:
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सरकारी सब्सिडी:
- ग्रेड A पैनल: सरकार आमतौर पर ₹20,000 से ₹30,000 प्रति किलोवाट सब्सिडी देती है।
- ग्रेड B पैनल: सब्सिडी की राशि आमतौर पर ₹15,000 से ₹25,000 प्रति किलोवाट हो सकती है।
- ग्रेड C पैनल: सब्सिडी की राशि ₹10,000 से ₹20,000 प्रति किलोवाट हो सकती है।
नोट: सब्सिडी की राशि राज्य सरकारों और केंद्रीय योजनाओं के अनुसार बदल सकती है, इसलिए संबंधित विभाग से सटीक जानकारी प्राप्त करें।
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बिना सब्सिडी लागत:
- ग्रेड A सौर पैनल: ₹50,000 से ₹70,000 प्रति किलोवाट
- ग्रेड B सौर पैनल: ₹40,000 से ₹50,000 प्रति किलोवाट
- ग्रेड C सौर पैनल: ₹30,000 से ₹40,000 प्रति किलोवाट
सब्सिडी और बिना सब्सिडी के बाद लागत:
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ग्रेड A सौर पैनल:
- बिना सब्सिडी: ₹50,000 से ₹70,000
- सबसिडी के बाद: ₹20,000 से ₹50,000 (सरकारी सब्सिडी के आधार पर)
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ग्रेड B सौर पैनल:
- बिना सब्सिडी: ₹40,000 से ₹50,000
- सबसिडी के बाद: ₹15,000 से ₹35,000
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ग्रेड C सौर पैनल:
- बिना सब्सिडी: ₹30,000 से ₹40,000
- सबसिडी के बाद: ₹10,000 से ₹30,000
सब्सिडी की प्रक्रिया:
- आवेदन: आपको अपने राज्य के सौर ऊर्जा विभाग या सरकारी वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
- दस्तावेज़: पहचान पत्र, पते का प्रमाण, और सौर पैनल की लागत से संबंधित दस्तावेज़ आवश्यक होते हैं।
- प्रोसेसिंग: आवेदन की प्रक्रिया आमतौर पर 30-60 दिन ले सकती है।
निष्कर्ष:
सौर पैनलों के ग्रेड A, B, और C के बीच का अंतर उनकी लागत, उत्पादन क्षमता और दीर्घकालिक स्थायित्व पर आधारित है। सरकारी सब्सिडी से आपको सौर पैनल की कुल लागत पर भारी राहत मिल सकती है। बिना सब्सिडी के, लागत अधिक हो सकती है, लेकिन सब्सिडी का लाभ उठाकर आप इसे कम कर सकते हैं।
आवेदन करने की प्रक्रिया:
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प्रारंभिक तैयारी:
- दस्तावेज़ एकत्र करें: आपके पास पहचान पत्र (आधार कार्ड, पासपोर्ट आदि), पते का प्रमाण (बिल, राशन कार्ड आदि), और बैंक खाता विवरण होना चाहिए।
- स्थल का निरीक्षण: अपने घर की छत या उस स्थान का निरीक्षण करें जहां आप सौर पैनल लगवाना चाहते हैं।
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ऑनलाइन आवेदन:
- सरकारी वेबसाइट पर जाएं: प्रधानमंत्री सूरजघर योजना के लिए सरकारी वेबसाइट पर आवेदन करें।
- फार्म भरें: वेबसाइट पर उपलब्ध आवेदन पत्र को सही-सही भरें और आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
- सत्यापन: आवेदन पत्र और दस्तावेजों का सत्यापन संबंधित अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
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स्थापना और निरीक्षण:
- स्थापना: आपका आवेदन स्वीकृत होने के बाद, एक अधिकृत सौर पैनल इंस्टॉलर आपके घर पर जाकर सौर पैनल की स्थापना करेगा।
- निगरानी और परीक्षण: इंस्टालेशन के बाद, एक निरीक्षण अधिकारी पैनल की सही तरीके से स्थापना और कामकाजी स्थिति की जांच करेगा।
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सबसिडी प्राप्ति:
- सबसिडी की प्रक्रिया: अगर सब्सिडी अनुमोदित हो जाती है, तो यह राशि आपके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी या इंस्टालेशन की लागत से कम कर दी जाएगी।
आधिकारिक वेबसाइट और लिंक:
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प्रधानमंत्री सूरजघर योजना – MNRE (मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी):
- यह वेबसाइट सौर पैनल की सरकारी योजनाओं और सब्सिडी के बारे में जानकारी प्रदान करती है। यहां आप आवेदन पत्र भी डाउनलोड कर सकते हैं और ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
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ऊर्जा दक्षता सेवा लिमिटेड (EESL):
- EESL की वेबसाइट पर भी आप सौर पैनल योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और वहां से आवेदन कर सकते हैं।
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सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड (SECI):
- SECI की वेबसाइट भी सौर ऊर्जा से संबंधित योजनाओं और आवेदन प्रक्रियाओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है।
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[राज्य विद्युत वितरण कंपनियों की वेबसाइट्स]:
- कुछ राज्यों में सौर पैनल योजनाओं के लिए अलग-अलग वेबसाइट्स और पोर्टल्स हो सकते हैं। अपने राज्य की विद्युत वितरण कंपनी या स्थानीय सौर ऊर्जा विभाग की वेबसाइट पर भी आवेदन प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सौर पैनल कंपनी का चयन:
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सरकारी सब्सिडी के तहत आवेदन:
- आवेदन प्रक्रिया: जब आप प्रधानमंत्री सूरजघर योजना के तहत आवेदन करते हैं, तो आपको आमतौर पर एक अधिकृत सौर पैनल इंस्टालर द्वारा संपर्क किया जाता है। यह इंस्टालर या सौर पैनल कंपनी सरकारी योजना के तहत काम करने के लिए मान्यता प्राप्त होती है।
- कंपनी चयन: आमतौर पर आपको सीधे योजना के तहत मान्यता प्राप्त कंपनियों के साथ काम करना होता है। आपकी पसंद की कंपनी को चयनित करने के लिए एक विशेष प्रक्रिया हो सकती है।
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वैकल्पिक विकल्प:
- स्वतंत्र चयन: यदि आप किसी विशिष्ट सौर पैनल कंपनी से पैनल लगवाना चाहते हैं, तो आपको उस कंपनी की सौर पैनल इंस्टालेशन की लागत और गुणवत्ता की समीक्षा करनी होगी। इसके लिए आपको सरकारी योजना के अंतर्गत नहीं बल्कि एक निजी समझौते के तहत इंस्टालेशन कराना होगा।
- मुफ्त चयन: कुछ राज्यों और योजनाओं में, आप स्वतंत्र रूप से किसी भी मान्यता प्राप्त सौर पैनल कंपनी को चुन सकते हैं, लेकिन इस स्थिति में आपको सब्सिडी की प्रक्रिया को स्वतंत्र रूप से पूरा करना होगा।
आवश्यक बातें:
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मान्यता प्राप्त कंपनियां:
- सुनिश्चित करें कि जो सौर पैनल कंपनी आप चुनते हैं, वह सरकारी योजना के तहत मान्यता प्राप्त है और उसकी स्थापना के लिए उपयुक्त लाइसेंस और प्रमाणपत्र हैं।
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कोटेशन और गुणवत्ता:
- किसी भी सौर पैनल कंपनी से कोटेशन प्राप्त करने से पहले, उसकी गुणवत्ता, ग्राहक समीक्षाएँ, और पैनल की विशेषताएँ अच्छी तरह से जांचें।
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स्थापना और वॉरंटी:
- पैनल की स्थापना के बाद, एक उचित वॉरंटी और सर्विस सपोर्ट की सुनिश्चितता महत्वपूर्ण है।
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सरकारी प्रक्रिया का पालन:
- अगर आप सरकारी सब्सिडी का लाभ लेना चाहते हैं, तो सरकारी योजनाओं के नियमों और प्रक्रियाओं का पालन करना अनिवार्य है।
निष्कर्ष:
- सरकारी योजना के तहत: आमतौर पर आपको मान्यता प्राप्त कंपनियों के साथ काम करना होता है। आपकी पसंद की कंपनी का चयन इस स्थिति में सीमित हो सकता है।
- स्वतंत्र इंस्टालेशन: यदि आप सरकारी सब्सिडी के बिना अपने पसंद की कंपनी से सौर पैनल लगवाना चाहते हैं, तो आप स्वतंत्र रूप से ऐसा कर सकते हैं लेकिन सब्सिडी का लाभ नहीं मिलेगा।