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No Bag Day – 6 जुलाई 2025 (प्रथम शनिवार)

📅 No Bag Day – 6 जुलाई 2025 (शनिवार)

थीम: आओ राजस्थान को जानें

समूह:

  • समूह – 1 ➡️ अंकुर (कक्षा 1-2)

  • समूह – 2 ➡️ प्रवेश (कक्षा 3-5)

🎯 1st Saturday – 6 July 2025 No Bag Day Activity

Class Group Activity Name
1-2 अंकुर
  • रंग भरो गतिविधि,
  • बूँद-बूँद से सागर – संसाधन बचाओ, समाज सजाओ
  • क्या कहता है हमारा शरीर
3-5 प्रवेश
  • रंग भरो गतिविधि,
  • बूँद-बूँद से सागर – संसाधन बचाओ, समाज सजाओ
  • क्या कहता है हमारा शरीर

no bag Day july  first Saturday 2025

गतिविधि – 1: रंग भरो गतिविधि (समय – 60 मिनट)

“समूह – 1 ➡️ अंकुर (कक्षा 1-2) एवं समूह – 2 ➡️ प्रवेश (कक्षा 3-5)”

गतिविधि का उद्देश्य –
विद्यार्थियों को गतिविधि के माध्यम से राजस्थान के भौगोलिक प्रदेश से परिचित करवाना ।

आवश्यक सामग्री –
राजस्थान का प्राकृतिक मानचित्र/मॉडल, मानचित्र (छोटे), रंग आदि ।

शिक्षक हेतु निर्देश –

  • शिक्षक गतिविधि से पूर्व राजस्थान के प्राकृतिक मानचित्र के बारे में अच्छे से अध्ययन कर लें जिससे गतिविधि के समय विद्यार्थियों को निर्देशित करने में समस्या न हो ।

  • विद्यार्थियों को संख्या अनुसार मानचित्र अवश्य रखें ।

गतिविधि के चरण –

  • शिक्षक सर्वप्रथम राजस्थान के प्राकृतिक मानचित्र/मॉडल को दीवार पर प्रदर्शित करेंगे तथा विद्यार्थियों के साथ राजस्थान के भौगोलिक प्रदेश के बारे में चर्चा करेंगे ।

  • तत्पश्चात शिक्षक विद्यार्थियों को भौगोलिक प्रदेश के बारे में बताएँगे तथा राजस्थान का मानचित्र प्रदान करेंगे ।

  • अब विद्यार्थी राजस्थान के मानचित्र में भौगोलिक प्रदेश के अनुरूप रंग भरेंगे ।

  • गतिविधि के अंत में शिक्षक विद्यार्थियों से राजस्थान के प्राकृतिक मानचित्र के बारे में चर्चा करेंगे ।

सीखने के प्रतिफल –
विद्यार्थियों की राजस्थान के भौगोलिक प्रदेशों के बारे में समझ बन सकेगी ।


गतिविधि – 2: बूँद-बूँद से सागर – संसाधन बचाओ, समाज सजाओ (समय – 60 मिनट)

“समूह – 1 ➡️ अंकुर (कक्षा 1-2) एवं समूह – 2 ➡️ प्रवेश (कक्षा 3-5)”

गतिविधि के उद्देश्य –

  • विद्यार्थियों को संसाधनों (जैसे – जल, बिजली, कागज) का महत्व समझाना ।

  • विद्यार्थियों को संसाधनों की बचत नागरिक शिष्टाचार का एक रूप बताना ।

आवश्यक सामग्री –
सखी पुस्तकें, कागज, संसाधनों की बचत के कुछ चित्र, पुराने समाचार पत्र या कागज, रंगीन पेंसिल/क्रेयॉन, चार्ट पेपर, गोंद, कैंची (यदि उपलब्ध हो), मिट्टी या पत्तियाँ (स्थानीय पर्यावरण से) आदि ।

शिक्षक हेतु निर्देश –

  • शिक्षक ध्यान दें कि सभी विद्यार्थी इस गतिविधि में अच्छे से भागीदारी कर रहे हैं या नहीं और साथ ही संवाद को बढ़ावा दें ।

  • कोलाज में उपयोग होने वाली सभी सामग्री को पहले से एकत्र कर लें ।

  • स्थानीय उदाहरण (जैसे – नदी का सूखना, बिजली बंद हो जाना, स्कूल में पानी का दुरुपयोग) देकर विषय को जोड़ें ।

गतिविधि के चरण –

  • शिक्षक विद्यार्थियों से अलग-अलग संसाधनों की बात करें जैसे – बिजली, पानी और प्रकृति ।

  • शिक्षक विद्यार्थियों के साथ इनके महत्व पर बात करें और पूछें यदि हमारे गाँव में बिजली, पानी या प्रकृति नहीं होते तो क्या होता ?

  • शिक्षक बड़े समूह में इस पर चर्चा करें और कुछ उदाहरण साझा करें ।

  • इसके पश्चात शिक्षक विद्यार्थियों को छोटे-छोटे समूह में बाँट दें और प्रत्येक समूह को एक थीम दें जैसे –
    1️⃣ पानी नहीं होता तो क्या होता ?
    2️⃣ बिजली नहीं होती तो क्या होता ?
    3️⃣ पेड़ – पौधे नहीं होते तो क्या होता ?

  • प्रत्येक समूह को उनके थीम पर एक चित्र कोलाज बनाने के लिए कहें ।

  • कक्षा 1-2 के लिए विद्यार्थियों को कहें कि वे चित्र बनाएँ, पत्तियाँ चिपकाएँ, पुराने कागज से चीजें बनाएँ । जैसे सुखा पेड़ का चित्र चिपकाएँ, खाली बाल्टी बनाएँ, अँधेरा घर दिखाएँ । शिक्षक सहायता करें, किन्तु विद्यार्थियों को सोचने दें ।

  • विद्यार्थियों को पुराने कागजों, सखी पुस्तकों, चित्रों से एक कोलाज बनाना है जो दिखाए कि यदि ये संसाधन नहीं होते तो गाँव कैसे दिखते ?

  • प्रत्येक समूह से एक प्रस्तुतीकरण करवाएँ एवं बताएँ कि वह ये संसाधन कैसे बचा सकते हैं ?

  • शिक्षक गतिविधि का समापन एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका को स्पष्ट रूप से बताते हुए करें और एक चार्ट पेपर पर संसाधनों की बचत कैसे करें इसकी सूची बनाएँ ।

सीखने के प्रतिफल –

  • विद्यार्थी संसाधनों की बचत के महत्व को समझ पाएँगे ।

  • रचनात्मक अभिव्यक्ति और समूह में कार्य करने की क्षमता में वृद्धि हो पाएगी ।

  • विद्यार्थियों में आलोचनात्मक सोच – क्यों बचाना आवश्यक है को विकसित किया जा सकेगा ।


ख़ुशी की पाठशाला

गतिविधि – 3: क्या कहता है हमारा शरीर (समय – 60 मिनट)

“समूह – 1 ➡️ अंकुर (कक्षा 1-2) एवं समूह – 2 ➡️ प्रवेश (कक्षा 3-5)”

गतिविधि के उद्देश्य –

  • विद्यार्थियों में शरीर की संवेदनाओं की पहचान बनाना ।

  • विद्यार्थियों में आत्म-जागरूकता और आत्म-अन्वेषण को प्रोत्साहित करना ।

आवश्यक सामग्री –
ब्लैक बोर्ड, संवेदनाओं की एक सूची या चार्ट, रंगीन पेंसिल आदि ।

शिक्षक हेतु निर्देश –

  • शिक्षक उदाहरण या परिस्थितियों की सूची तैयार कर लें जो गतिविधि में सहायक हो ।

गतिविधि के चरण –

  • शिक्षक सभी विद्यार्थियों को एक गोल घेरे में बैठाकर ध्यान की स्थिति में पीठ और गर्दन सीधी करने तथा साँसों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए निर्देश देंगे ।

  • इसके पश्चात शिक्षक विद्यार्थियों से पूछेंगे कि उन्हें साँस का नाक से अंदर जाना और मुँह से छोड़ना ये कैसी संवेदनाएँ पैदा कर रहा है – ठंडा, गर्म, गुदगुदी आदि ।

  • कुछ उदाहरण के साथ शिक्षक संवेदनाओं और भावनाओं पर संवाद से समझ विकसित करेंगे जैसे – चोट लगने पर कैसा लगता है, बाहर धूप में कैसा लगता है आदि ।

  • शिक्षक सभी संवेदनाएँ और भावनाएँ बोर्ड पर लिख देंगे ।

  • शिक्षक विद्यार्थियों को छोटे समूह में अभ्यास के दौरान हुए अनुभव पर चिंतन करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे । जैसे नींद आने पर, भूख लगने पर, तेज आवाज सुनने पर, खेल खेलने पर कौन सी संवेदनाएँ और भावनाएँ अनुभव होती हैं ?

  • गतिविधि के अंत में शिक्षक चर्चा करेंगे कि विद्यार्थियों ने अपने शरीर के बारे में क्या सीखा और उन्हें क्या नया लगा ?

सीखने के प्रतिफल –

  • विद्यार्थियों में विभिन्न संवेदनाओं और भावनाओं को पहचानने की क्षमता का विकास हो सकेगा ।

  • विद्यार्थी संवेदनाओं को व्यक्त करने और साझा करने में सक्षम हो सकेंगे ।


🟢 👉 6 जुलाई 2025 Key Points

📌 सारांश (Summary for Teachers)

  • थीम: आओ राजस्थान को जानें

  • उद्देश्य: बच्चों को राजस्थान के भूगोल, संसाधन बचत और आत्म-जागरूकता से जोड़ना।

  • कुल गतिविधियाँ: 3 (रंग भरो, बूँद-बूँद से सागर, क्या कहता है हमारा शरीर)

  • समूह:

    • समूह 1 ➡️ अंकुर (कक्षा 1-2)

    • समूह 2 ➡️ प्रवेश (कक्षा 3-5)

  • समय: प्रत्येक गतिविधि ~ 60 मिनट

  • Portfolio: प्रत्येक गतिविधि के फोटोग्राफ लें और स्कूल पोर्टफोलियो या वॉल पर प्रदर्शन करें।

  • समाग्री: पहले से इकट्ठा करें, ग्रुप अनुसार बाँटें।

  • शिक्षक भूमिका: प्रश्न पूछें, चर्चा कराएँ, बच्चों को सोचने दें — निर्देशात्मक तरीका न अपनाएँ।


📌 Implementation Tips (Teachers के लिए)

1️⃣ तैयारी पहले से करें:

  • Map, रंग, कोलाज सामग्री, ब्लैक बोर्ड, चाट पेपर पहले से तैयार रखें।

  • Groups fix करें कि कौन सी Class कहाँ बैठेगी।

2️⃣ Documentation:

  • गतिविधि के फोटोज लें, बच्चों के काम की फोटो दीवार पर लगाएँ।

  • Shivira Panchang के अनुसार Record Register में अपडेट करें।

3️⃣ बच्चों को Motivate करें:

  • बच्चे अपनी-अपनी Activities को Assembly में भी Explain कर सकें।

  • सर्वश्रेष्ठ Presentation या कोलाज के लिए छोटा Certificate या Star Badge दे सकते हैं (Optional)।

4️⃣ Safety Tips:

  • कैंची, गोंद जैसी चीज़ों का उपयोग करते समय छोटे बच्चों पर ध्यान रखें।

  • Class में Discipline बनाए रखें ताकि कोई चोट न हो।


📌 💡 Extra Suggestion:

यदि संभव हो तो Parents Corner या Notice Board पर बच्चों के बनाए Poster या Map लगाए जाएँ — इससे बच्चों का मनोबल बढ़ेगा।


Final Note:

👉 ऊपर का पूरा Plan Official Text है — कोई बदलाव नहीं।
👉 नीचे के Points सिर्फ Execution में Help के लिए हैं — Teachers चाहें तो use करें।


www.apnigovt.com

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बस्ता मुक्त दिवस निर्देशिका: सत्र 2025-26No BAG Day Class 1 to 5 Session 2025-26
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