EXPLORING MAGNETS –
Chapter 4
📘 Paragraph 1: Introduction
English Text:
Reshma lives in a coastal town of Kerala and is very fond of writing short stories. Her grandmother loves listening to her stories, so Reshma was writing a new story to share with her grandmother on her 60th birthday.
➡️ देवनागरी में उच्चारण:
रेश्मा लिव्ज़ इन अ कोस्टल टाउन ऑफ़ केरल एंड इज़ वेरी फॉन्ड ऑफ राइटिंग शॉर्ट स्टोरीज़। हर ग्रैन्डमदर लव्ज़ लिसनिंग टू हर स्टोरीज़, सो रेश्मा वॉज़ राइटिंग अ न्यू स्टोरी टू शेयर विद हर ग्रैन्डमदर ऑन हर सिक्स्टीएथ बर्थडे।
Explanation in Hindi:
यह परिचय बताता है कि रेशमा नाम की एक लड़की केरल में रहती है और उसे कहानियाँ लिखना पसंद है। वह अपनी दादी के जन्मदिन पर उनके लिए एक नई कहानी लिख रही है।
Word Meaning (Hindi) Pronunciation (Hindi)
Coastal कोस्टल तटीय
Fond फॉन्ड पसंद करना
Short stories शॉर्ट स्टोरीज़ लघु कहानियाँ
Grandmother ग्रैंडमदर दादी/नानी
Birthday बर्थडे जन्मदिन
📘 Paragraph 2: Problem in the Story
English Text:
The story was based on a ship carrying spices from Kerala for trade in the olden days. Reshma was aware that in those days, the sailors used stars to find directions at night. But in her story, a situation arose wherein the sailors got caught in a storm with an overcast sky and stars were not visible.Reshma could not take her story forward as she could not think of a way for sailors to find directions.
Hindi Pronunciation (देवनागरी):
द स्टोरी वॉज़ बेस्ट ऑन अ शिप कैरिंग स्पाइसेज़ फ्रॉम केरल फॉर ट्रेड इन द ओल्डन डेज़। रेशमा वॉज़ अवेयर दैट इन दोज़ डेज़, द सेलर्स यूज़्ड स्टार्स टू फाइंड डाइरेक्शन्स ऐट नाइट। बट इन हर स्टोरी, अ सिचुएशन अरोज़ वेयरइन द सेलर्स गॉट कॉट इन अ स्टॉर्म विद एन ओवरकास्ट स्काई एंड स्टार्स वॉर नॉट विज़िबल।रेशमा कुड नॉट टेक हर स्टोरी फॉरवर्ड ऐज़ शी कुड नॉट थिंक ऑफ अ वे फॉर सेलर्स टू फाइंड डायरेक्शंस।
➡️ देवनागरी में उच्चारण:
कहानी एक जहाज़ पर आधारित थी जो पुराने समय में केरल से मसाले व्यापार के लिए ले जा रहा था। रेशमा को पता था कि उन दिनों नाविक रात में दिशा जानने के लिए तारों का उपयोग करते थे। लेकिन उसकी कहानी में ऐसा हुआ कि नाविक तूफान में फँस गए और बादलों से भरे आकाश में तारे दिखाई नहीं दे रहे थे।
Explanation in Hindi:
रेशमा की कहानी पुराने समय की है, जब व्यापारी जहाज़ मसाले ले जाते थे। कहानी में एक समस्या आई — नाविक रास्ता नहीं ढूंढ़ पा रहे थे क्योंकि तूफान की वजह से तारे दिखाई नहीं दे रहे थे।रेशमा अपनी कहानी आगे नहीं बढ़ा सकी क्योंकि उसे यह समझ नहीं आ रहा था कि नाविक दिशा कैसे जान पाएँगे।
Hard Words Pronunciation (Hindi)
English Word | Hindi Meaning (अर्थ) |
Spices | मसाले |
Trade | व्यापार |
Sailors | नाविक / समुद्री यात्री |
Overcast | बादलों से ढका हुआ (आकाश) |
Visible | दिखाई देने योग्य / स्पष्ट |
📘 Paragraph 3: Discovery of Magnetic Compass English Text:
She searched for information on the internet and her school library. She learnt that the travellers used a device, known as a magnetic compass, for finding directions.
उच्चारण (देवनागरी में):शी सर्च्ड फ़ॉर इन्फ़ॉर्मेशन ऑन द इंटरनेट एंड हर स्कूल लाइब्रेरी। शी लर्न्ट दैट द ट्रैवेलर्स यूज़्ड अ डिवाइस, नोवन ऐज़ अ मैग्नेटिक कॉम्पस, फॉर फाइंडिंग डाइरेक्शन्स।—
🪄 हिंदी में व्याख्या:रेशमा ने जानकारी के लिए इंटरनेट और अपनी स्कूल की लाइब्रेरी में खोज की। उसे पता चला कि पुराने समय में यात्री दिशा जानने के लिए एक यंत्र का उपयोग करते थे जिसे “मैग्नेटिक कंपास” कहा जाता है।—
Reshma had seen pencil boxes and purses which had magnets to keep them closed. A writing board in her school also had a duster with a magnet. But she had never looked at those carefully. She now became curious to learn more about magnets and magnetic compasses.
📜 उच्चारण (देवनागरी में):रेशमा हैड सीन पेंसिल बॉक्सेज़ एंड पर्सेज़ विच हैड मैग्नेट्स टू कीप देम क्लोज़्ड। अ राइटिंग बोर्ड इन हर स्कूल ऑल्सो हैड अ डस्टर विद अ मैग्नेट। बट शी हैड नेवर लुक्ड ऐट दोज़ केयरफुली। शी नाउ बिकेम क्यूरियस टू लर्न मोर अबाउट मैग्नेट्स एंड मैग्नेटिक कॉम्पसेज़।—
🪄 हिंदी में व्याख्या:रेशमा ने देखा था कि कुछ पेंसिल बॉक्स और पर्स ऐसे होते हैं जो बंद रखने के लिए मैग्नेट का इस्तेमाल करते हैं। उसकी स्कूल की ब्लैकबोर्ड पर जो डस्टर था, उसमें भी चुंबक लगा था। लेकिन उसने इन चीज़ों को कभी ध्यान से नहीं देखा था। अब वह चुंबकों और मैग्नेटिक कंपास के बारे में और जानने के लिए उत्सुक हो गई।
📘 Paragraph 5: Natural and Artificial Magnets
English Text:The magnets used by sailors in the olden days were based on naturally occurring magnets, known as lodestones which were discovered in ancient times. Later on, people found out that magnets could also be made from pieces of iron. Nowadays, we have magnets made of different materials. The magnets that you find in your school laboratory and those used in pencil boxes, stickers, toys are all artificial magnets (Fig. 4.1). The magnets can be of various shapes, some of which are shown in Fig. 4.2.
🪄 Pronounciation : मैग्नेट्स यूज़्ड बाय सेलर्स इन द ओल्डन डेज़ वर बेस्ड ऑन नैचुरली ऑकरिंग मैग्नेट्स, नोन ऐज़ लोडस्टोन्स, विच वर डिस्कवर्ड इन एंशिएंट टाइम्स।लेटर ऑन, पीपल फाउंड आउट दैट मैग्नेट्स कुड ऑल्सो बी मेड फ्रॉम पीसेज़ ऑफ आयरन।नाऊ-अ-डेज़, वी हैव मैग्नेट्स मेड ऑफ डिफरेंट मटीरियल्स।द मैग्नेट्स दैट यू फाइंड इन योर स्कूल लैबोरेटरी ऐंड दोज़ यूज़्ड इन पेंसिल बॉक्सेस, स्टिकर्स, टॉयज़ आर ऑल आर्टिफिशियल मैग्नेट्स (फिगर फोर पॉइंट वन)।द मैग्नेट्स कैन बी ऑफ वेरियस शेप्स, सम ऑफ विच आर शोन इन फिगर फोर पॉइंट टू।
Explanation:-पुराने समय में नाविकों द्वारा उपयोग किए जाने वाले चुंबक प्राकृतिक चुंबकों पर आधारित थे, जिन्हें लोडस्टोन कहा जाता है और जिनकी खोज प्राचीन काल में हुई थी।बाद में, लोगों ने यह पता लगाया कि चुंबक लोहे के टुकड़ों से भी बनाए जा सकते हैं।आजकल हमारे पास कई प्रकार की वस्तुओं से बने चुंबक उपलब्ध हैं।आपके स्कूल की प्रयोगशाला में, और पेंसिल बॉक्स, स्टिकर्स तथा खिलौनों में जो चुंबक होते हैं, वे सभी कृत्रिम चुंबक होते हैं (चित्र 4.1)।चुंबक कई तरह के आकारों में होते हैं, जिनमें से कुछ को चित्र 4.2 में दिखाया गया है।
📌 Hard Words Table:
Sailors सेलर्स
Olden days ओल्डन डेज़
Lodestones (लोडस्टोन) लोडस्टोन्स
Pieces पीसेज़
Laboratory लैबॉरेट्री
Various विभिन्न वैरियस
Shapes आकार शेप्स
Shown दिखाए गए शोवन
Figure चित्र फिगर
Activity 4.1: Let us explore (आओ खोज करें)
English Text (Shortened):
Collect a few objects made of different materials and a magnet. Predict which will stick to the magnet. Then check your prediction by bringing the magnet near the objects. Record your observation.
📜 उच्चारण (देवनागरी में):
कलेक्ट अ फ्यू ऑब्जेक्ट्स मेड ऑफ डिफरेंट मटीरियल्स एंड अ मैग्नेट। प्रिडिक्ट विच विल स्टिक टू द मैग्नेट। देन चेक योर प्रिडिक्शन बाय ब्रिंगिंग द मैग्नेट नियर द ऑब्जेक्ट्स। रिकॉर्ड योर ऑब्ज़र्वेशन।
🪄 हिंदी में व्याख्या:
इस गतिविधि में हमें अलग-अलग चीज़ें (जैसे लकड़ी, प्लास्टिक, लोहा आदि) और एक चुंबक इकट्ठा करनी है। फिर हमें अनुमान लगाना है कि कौन-सी चीज़ चुंबक से चिपकेगी। उसके बाद हमें चुंबक को हर वस्तु के पास ले जाकर देखना है कि वास्तव में क्या होता है। जो देखा, उसे टेबल 4.1 में लिखना है।
English text:
Was your prediction correct for all objects? Whichmaterials stuck to the magnet? What conclusion can youdraw?Through this activity, we found out that some of theobjects were attracted to the magnet and stuck to it, whileothers were not. The materials which are attracted towardsa magnet are called magnetic materials.The metal iron is a magnetic material.Nickel and cobalt are other metals that arealso magnetic. Some of their combinationswith other metals are also attractedtowards magnets. The materials which arenot attracted towards a magnet are callednon-magnetic materials.Which materials listed in Table 4.1 werefound to be non-magnetic?These ends of the magnet are called thetwo poles of the magnet—the North pole andthe South pole. Most of the iron filings stickto the poles of a magnet of any shape.It is not possible to obtain a magnet witha single pole. If a magnet is broken intosmaller pieces, North and South poles alwaysexist in pairs even in the smallest piece of the magnet.A single North pole or a South pole cannot exist.4.3 Finding DirectionsActivity 4.3: Let us experimentSuspend a bar magnet with a thread tied to the middle ofthe magnet as shown in Fig. 4.5. You may need to adjustDo all parts of amagnet attract magnetic materials equally??
✅ 1. उच्चारण (Pronunciation in Hindi – देवनागरी लिपि में):वाज़ योर प्रेडिक्शन करेक्ट फॉर ऑल ऑब्जेक्ट्स?विच मटीरियल्स स्टक टू द मैग्नेट?व्हाट कंक्लूज़न कैन यू ड्रॉ?थ्रू दिस एक्टिविटी, वी फाउंड आउट दैट सम ऑफ द ऑब्जेक्ट्स वर अट्रैक्टेड टू द मैग्नेट ऐंड स्टक टू इट, व्हाइल अदर्स वर नॉट।द मटीरियल्स विच आर अट्रैक्टेड टुवर्ड्स अ मैग्नेट आर कॉल्ड मैग्नेटिक मटीरियल्स।द मेटल आयरन इज़ अ मैग्नेटिक मटीरियल।निकेल ऐंड कोबाल्ट आर अदर मेटल्स दैट आर ऑल्सो मैग्नेटिक।सम ऑफ देयर कॉम्बिनेशन्स विद अदर मेटल्स आर ऑल्सो अट्रैक्टेड टुवर्ड्स मैग्नेट्स।द मटीरियल्स विच आर नॉट अट्रैक्टेड टुवर्ड्स अ मैग्नेट आर कॉल्ड नॉन-मैग्नेटिक मटीरियल्स।विच मटीरियल्स लिस्टेड इन टेबल फोर पॉइंट वन वर फाउंड टू बी नॉन-मैग्नेटिक?दीज़ एंड्स ऑफ द मैग्नेट आर कॉल्ड द टू पोल्स ऑफ द मैग्नेट — द नॉर्थ पोल ऐंड द साउथ पोल।मोस्ट ऑफ द आयरन फिलिंग्स स्टिक टू द पोल्स ऑफ अ मैग्नेट ऑफ एनी शेप।इट इज़ नॉट पॉसिबल टू ऑबटेन अ मैग्नेट विद अ सिंगल पोल।इफ अ मैग्नेट इज़ ब्रोकन इन्टू स्मॉलर पीसेज़, नॉर्थ ऐंड साउथ पोल्स ऑल्वेज़ एग्ज़िस्ट इन पेयर्स, ईवन इन द स्मॉलेस्ट पीस ऑफ द मैग्नेट।अ सिंगल नॉर्थ पोल ऑर अ साउथ पोल कैनॉट एग्ज़िस्ट।सेक्शन फोर पॉइंट थ्री – फाइंडिंग डायरेक्शन्स।एक्टिविटी फोर पॉइंट थ्री: लेट अस एक्सपेरिमेंट।सस्पेंड अ बार मैग्नेट विद अ थ्रेड टाइड टू द मिडल ऑफ द मैग्नेट ऐज़ शोन इन फिगर फोर पॉइंट फाइव।यू मे नीड टू एडजस्ट।डू ऑल पार्ट्स ऑफ अ मैग्नेट अट्रैक्ट मैग्नेटिक मैटीरियल्स इक्वली।
✅ 2. Explanation (1 मिनट की आसान व्याख्या):इस गतिविधि के ज़रिए हमने देखा कि कुछ वस्तुएँ चुंबक से चिपकती हैं और कुछ नहीं। जो वस्तुएँ चुंबक से आकर्षित होती हैं उन्हें चुंबकीय पदार्थ (Magnetic Materials) कहते हैं — जैसे लोहा, निकल और कोबाल्ट। इनके कुछ मिश्र धातु भी चुंबकीय होते हैं।जो वस्तुएँ चुंबक से आकर्षित नहीं होतीं उन्हें अचुंबकीय पदार्थ (Non-Magnetic Materials) कहते हैं — जैसे लकड़ी, प्लास्टिक आदि।हर चुंबक के दो सिरों को ध्रुव (Poles) कहा जाता है: एक उत्तर ध्रुव (North Pole) और दूसरा दक्षिण ध्रुव (South Pole)। ज़्यादातर लोहे के कण इन्हीं सिरों पर चिपकते हैं।अगर आप चुंबक को तोड़ दें, तब भी हर टुकड़े में दोनों ध्रुव मौजूद रहते हैं। केवल एक अकेला उत्तर या दक्षिण ध्रुव बनाना संभव नहीं है।इसके बाद हमें दिशा ज्ञात करने के लिए प्रयोग (Activity 4.3) करने को कहा जाता है, जिसमें एक बार मैग्नेट को धागे से लटकाकर देखा जाता है कि वह किस दिशा की ओर घूमता है।यह सब हमें चुंबक की व्यवहारिक विशेषताएँ और दिशा सूचक क्षमता सिखाता है।
📘 Concept: What are magnetic and non-magnetic materials?
English Text:
Some objects stick to a magnet and some do not. The materials that are attracted to magnets are called magnetic materials. Those that are not attracted are non-magnetic materials.
📜 उच्चारण (देवनागरी में):
सम ऑब्जेक्ट्स स्टिक टू अ मैग्नेट एंड सम डू नॉट। द मटीरियल्स दैट आर अट्रैक्टेड टू मैग्नेट्स आर कॉल्ड मैग्नेटिक मटीरियल्स। दोज़ दैट आर नॉट अट्रैक्टेड आर कॉल्ड नॉन-मैग्नेटिक मटीरियल्स।
🪄 हिंदी में व्याख्या:
कुछ चीजें चुंबक से चिपक जाती हैं और कुछ नहीं। जो पदार्थ चुंबक से आकर्षित होते हैं, उन्हें चुंबकीय पदार्थ (Magnetic Materials) कहते हैं।
जैसे — लोहा, निकेल, कोबाल्ट आदि।
जो चुंबक से नहीं चिपकते, वे अचुंबकीय पदार्थ (Non-magnetic materials) कहलाते हैं, जैसे — लकड़ी, प्लास्टिक, काँच आदि।
📌 Hard Words Table:
Word Meaning (हिंदी में) Hindi Pronunciation
Attracted आकर्षित अट्रैक्टेड
Magnetic materials चुंबकीय पदार्थ मैग्नेटिक मटीरियल्स
Non-magnetic अचुंबकीय नॉन-मैग्नेटिक
Nickel निकेल (एक धातु) निकेल
Cobalt कोबाल्ट (एक धातु) कोबाल्ट
📝 अब एक छोटा Revision:
❓ प्रश्न: चुंबकीय पदार्थ क्या होते हैं?
उत्तर:
वो पदार्थ जो चुंबक से आकर्षित होते हैं, उन्हें चुंबकीय पदार्थ कहते हैं।
जैसे — लोहा, निकेल, कोबाल्ट।
❓ प्रश्न: अचुंबकीय पदार्थ क्या होते हैं?
उत्तर:
वो पदार्थ जो चुंबक से आकर्षित नहीं होते, उन्हें अचुंबकीय पदार्थ कहते हैं।
जैसे — लकड़ी, काँच, प्लास्टिक।
🔍 Section 4.2: Poles of Magnet(चुंबक के ध्रुव)—📘 Activity 4.2: Let us investigate (आओ जाँच करें)
English Text (Simplified):
Spread iron filings on a paper and place a bar magnet over them. Tap the paper and observe where the iron filings stick. You will see that most filings stick near the ends of the magnet. These ends are called the poles — North pole and South pole.
📜 उच्चारण (देवनागरी में):स्प्रेड सम आयरन फाइलिंग्स ऑन अ शीट ऑफ़ पेपर। प्लेस अ बार मैग्नेट ओवर देम। टैप द पेपर एंड ऑब्ज़र्व केयरफुली व्हाट हैपन्स। वी फाइंड दैट मैक्सिमम आयरन फाइलिंग्स स्टिक नियर द एंड्स ऑफ़ द बार मैग्नेट। थीज़ एंड्स आर कॉल्ड द टू पोल्स ऑफ़ द मैग्नेट — द नॉर्थ पोल एंड द साउथ पोल।
🪄 हिंदी में व्याख्या:एक कागज़ पर लोहे की बुरादे (iron filings) बिखेरो और उसके ऊपर एक बार चुंबक रखो। जब कागज़ को हल्के से थपथपाते हैं, तो देखा जाता है कि सबसे ज़्यादा बुरादे चुंबक के सिरों (ends) पर चिपकते हैं।चुंबक के इन सिरों को ध्रुव (Poles) कहा जाता है —
1. उत्तर ध्रुव (North Pole)
2. दक्षिण ध्रुव (South Pole)चाहे चुंबक का आकार कोई भी हो, चुंबक के सिरों पर ही आकर्षण सबसे ज़्यादा होता है।—
⚠️ Important Concept:> अगर हम एक चुंबक को तोड़ दें, तो क्या हम एक ही ध्रुव (सिर्फ North या South) पा सकते हैं?उत्तर: नहीं। हर टुकड़े में हमेशा दोनों ध्रुव (North और South) मौजूद रहते हैं।👉 अकेला North या अकेला South pole अस्तित्व में नहीं होता।
📘 Activity 4.3: Let us experiment(आओ प्रयोग करें)
📜Suspend a bar magnet with a thread tied to the middle of the magnet as shown in Fig. 4.5.You may need to adjust the thread in order to make sure that the magnet can rotate freely.Let it come to rest.Mark the direction in which the bar magnet points when it comes to rest.Now, disturb the magnet again.Let it come to rest again.Does the magnet point in the same direction after coming to rest?Repeat the activity multiple times.Does the magnet always point in the same direction after coming to rest?Now again rotate the magnet by giving a gentle push at its one end and wait till it comes to rest. Does the magnet rest along the same line?
✅ 1. उच्चारण (Pronunciation in Hindi – देवनागरी लिपि में):सस्पेंड अ बार मैग्नेट विद अ थ्रेड टाइड टू द मिडल ऑफ द मैग्नेट ऐज़ शोन इन फिगर 4.5।यू मे नीड टू एडजस्ट द थ्रेड इन ऑर्डर टू मेक श्योर दैट द मैग्नेट कैन रोटेट फ्रीली।लेट इट कम टु रेस्ट।मार्क द डायरेक्शन इन विच द बार मैग्नेट पॉइंट्स व्हेन इट कम्स टु रेस्ट।नाऊ, डिस्टर्ब द मैग्नेट अगेन।लेट इट कम टु रेस्ट अगेन।डज द मैग्नेट पॉइंट इन द सेम डायरेक्शन आफ्टर कमिंग टु रेस्ट?रिपीट द एक्टिविटी मल्टीपल टाइम्स।डज द मैग्नेट ऑल्वेज पॉइंट इन द सेम डायरेक्शन आफ्टर कमिंग टु रेस्ट?नाउ अगेन रोटेट द मैग्नेट बाय गिविंग अ जेन्टल पुश ऐट इट्स वन एंडएंड वेट टिल इट कम्स टू रेस्ट।डज द मैग्नेट रेस्ट अलॉन्ग द सेम लाइन?
✅ 2. Explanation (1 मिनट की आसान व्याख्या):इस गतिविधि में आपको एक बार मैग्नेट (सीधा चुंबक) लेना है और उसे बीच से एक धागे से बाँधना है ताकि वह हवा में लटक सके।धागे को इस तरह समायोजित करना है कि चुंबक पूरी तरह से घूम सके और किसी भी दिशा में झुकने से रोका न जाए।अब चुंबक को स्थिर होने दें और वह जिस दिशा में रुकता है, उसे ध्यान से देखें और चिह्नित करें।फिर चुंबक को हिला दें और दोबारा रुकने दें — क्या वह फिर से उसी दिशा में रुकता है?आप यह प्रक्रिया कई बार दोहराएँ। आपको हर बार यह दिखेगा कि चुंबक लगभग एक ही दिशा की ओर इशारा करता है।
इस वाक्य में हमसे कहा गया है कि आप चुंबक को फिर से धीरे से एक सिरे से धक्का दें ताकि वह घूमे।फिर उसे रुकने तक इंतज़ार करें।फिर देखें कि क्या वह चुंबक फिर से उसी दिशा (लाइन) में ही रुकता है, जैसे पहले रुका था?यह गतिविधि आपको यह पुष्टि करने में मदद करती है कि चुंबक हमेशा एक ही दिशा में रुकता है, भले ही आप उसे हल्का सा घुमादें।
✅ 3. व्याख्या (What it teaches and how to understand it):इस प्रयोग से हम एक बहुत महत्वपूर्ण सिद्धांत सीखते हैं:हर बार चुंबक अपने आप उत्तर-दक्षिण दिशा में ही घूमता है।यह वही सिद्धांत है जिस पर कम्पास (Compass) काम करता है।चुंबक का एक सिरा हमेशा उत्तर दिशा (North) की ओर और दूसरा सिरा दक्षिण दिशा (South) की ओर रुकता है।इसलिए बार मैग्नेट का उपयोग दिशा ज्ञात करने के लिए किया जाता है — विशेष रूप से पुराने समय में जब नाविक समुद्र में दिशा नहीं जान सकते थे, तब वे चुंबकीय कम्पास का उपयोग करते थे।इस गतिविधि से हम यह भी समझते हैं कि:चुंबक स्वतः किसी दिशा में नहीं घूमता, वह पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र (magnetic field) के कारण हमेशा एक निश्चित दिशा में टिकता है।चुंबक के ये गुण केवल प्रयोगशाला के लिए नहीं, बल्कि यथार्थ जीवन में दिशा खोजने के लिए भी उपयोगी हैं।इस प्रयोग से यह स्पष्ट होता है कि एक बार चुंबक को छोड़ने पर, वह पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के कारण हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में ही रुकता है।आप कितनी भी बार उसे हल्का-सा धक्का दें, वह हर बार उसी रेखा (same line) में टिकता है।इससे हम यह सीखते हैं कि चुंबक दिशा बताने के लिए विश्वसनीय होता है, और यही सिद्धांत कम्पास जैसे उपकरणों में प्रयोग होता है।
A freely suspended magnet comes to rest along the
north-south direction. The end of the magnet that points
towards north direction is called the North-seeking pole or
the North pole of the magnet. The other end that points
towards the South direction is called the South-seeking
pole or the South pole of the magnet. A freely suspended
magnet rests along the north-south direction because our
Earth itself behaves like a giant magnet.
Repeat this activity with a small iron bar in place of
the bar magnet. What do you observe? Does it always rest
along north-south direction? It does not. It can rest along
any direction. This implies that only magnets rest along
north-south direction. This activity provides us with a way
to test whether a piece of metal is a magnet or not.
The property of a freely suspended magnet to always rest
along the north-south direction is used to find directions.
Based on this, a small device called a magnetic compass was
developed in olden days for finding directions. It
has a magnet in the shape of a needle which can
rotate freely (Fig. 4.6). The needle of a magnetic
compass indicates the north-south direction.
The compass is kept at the place where we
wish to know the directions. After some time, the
needle comes to rest in the north-south direction.
The compass box is then gently rotated until the
north and south marked on the dial are aligned
with the needle. Now all directions at that place
are as indicated on the dial.
✅ 1. Pronunciation (देवनागरी लिपि में उच्चारण)अ फ्रीली सस्पेंडेड मैग्नेट कम्स टू रेस्ट अलॉन्ग द नॉर्थ-साउथ डाइरेक्शन।दी एंड ऑफ द मैग्नेट दैट पॉइंट्स टुवर्ड्स नॉर्थ डाइरेक्शन इज़ कॉल्ड द नॉर्थ-सीकिंग पोल औरद नॉर्थ पोल ऑफ द मैग्नेट।दी अदर एंड दैट पॉइंट्स टुवर्ड्स द साउथ डाइरेक्शन इज़ कॉल्ड द साउथ-सीकिंग पोलऔर द साउथ पोल ऑफ द मैग्नेट।अ फ्रीली सस्पेंडेड मैग्नेट रेस्ट्स अलॉन्ग द नॉर्थ-साउथ डाइरेक्शन बिकॉज़ आवरअर्थ इटसेल्फ बिहेव्स लाइक अ जाइंट मैग्नेट।रीपीट दिस एक्टिविटी विद अ स्मॉल आइरन बार इन प्लेस ऑफ द बार मैग्नेट।व्हाट डू यू ऑब्ज़र्व? डज़ इट ऑल्वेज रेस्ट अलॉन्ग नॉर्थ-साउथ डाइरेक्शन?इट डज़ नॉट। इट कैन रेस्ट अलॉन्ग एनी डाइरेक्शन।दिस इम्प्लाइज़ दैट ओनली मैग्नेट्स रेस्ट अलॉन्ग नॉर्थ-साउथ डाइरेक्शन।दिस एक्टिविटी प्रोवाइड्स अस विद अ वे टू टेस्ट व्हेदर अ पीस ऑफ मेटल इज़ अ मैग्नेट और नॉट।द प्रॉपर्टी ऑफ अ फ्रीली सस्पेंडेड मैग्नेट टू ऑल्वेज रेस्टअलॉन्ग द नॉर्थ-साउथ डाइरेक्शन इज़ यूज़्ड टू फाइंड डाइरेक्शन्स।बेस्ट ऑन दिस, अ स्मॉल डिवाइस कॉल्ड अ मैग्नेटिक कम्पास वज़डेवलप्ड इन ओल्डन डेज़ फॉर फाइंडिंग डाइरेक्शन्स।इट हैज़ अ मैग्नेट इन द शेप ऑफ अ नीडल विच कैनरोटेट फ्रीली (फिगर 4.6)।द नीडल ऑफ अ मैग्नेटिक कम्पास इंडिकेट्स द नॉर्थ-साउथ डाइरेक्शन।द कम्पास इज़ केप्ट ऐट द प्लेस व्हेयर वीविश टू नो द डाइरेक्शन्स।आफ्टर सम टाइम, द नीडल कम्स टू रेस्ट इन द नॉर्थ-साउथ डाइरेक्शन।द कम्पास बॉक्स इज़ दैन जेन्टली रोटेटेड अनटिल दनॉर्थ एंड साउथ मार्क्ड ऑन द डायल आर अलाइन्डविद द नीडल।नाउ ऑल डाइरेक्शन्स ऐट दैट प्लेस आर ऐज़ इंडिकेटेड ऑन द डायल।
✅ 2. हिंदी अनुवाद (Translation in Hindi):एक स्वतंत्र रूप से लटका हुआ चुंबक हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थिर होता है।चुंबक का वह सिरा जो उत्तर की ओर इशारा करता है उसे उत्तर की ओर आकर्षित होने वाला सिरा या उत्तर ध्रुव कहा जाता है।दूसरा सिरा जो दक्षिण दिशा की ओर इशारा करता है, वह दक्षिण की ओर आकर्षित होने वाला सिरा या दक्षिण ध्रुव कहलाता है।चुंबक उत्तर-दक्षिण दिशा में ही स्थिर होता है क्योंकि पृथ्वी स्वयं एक विशाल चुंबक की तरह व्यवहार करती है।अब यही गतिविधि एक छोटे लोहे की छड़ से दोहराएँ।आप क्या देखते हैं?क्या वह भी हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में ही स्थिर होती है?नहीं, वह किसी भी दिशा में स्थिर हो सकती है।इससे यह सिद्ध होता है कि सिर्फ चुंबक ही उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थिर होते हैं।इससे हम यह भी जान सकते हैं कि कोई धातु का टुकड़ा चुंबक है या नहीं।एक स्वतंत्र रूप से लटका हुआ चुंबक हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में रुकता है — इसी गुण का प्रयोग दिशा ज्ञात करने में किया जाता है।इसी सिद्धांत पर एक छोटा यंत्र विकसित किया गया था, जिसे चुंबकीय कंपास (magnetic compass) कहा जाता है।इसमें एक सुई के आकार का चुंबक होता है जो स्वतंत्र रूप से घूम सकता है (चित्र 4.6)।यह सुई उत्तर-दक्षिण दिशा की ओर इशारा करती है।जब हमें किसी स्थान पर दिशा ज्ञात करनी हो, तो वहां कंपास रखा जाता है।कुछ समय बाद सुई उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थिर हो जाती है।फिर कंपास बॉक्स को धीरे-धीरे घुमाया जाता है जब तक कि डायल पर लिखा उत्तर और दक्षिण, सुई के अनुरूप न हो जाए।अब उस स्थान की सभी दिशाएं डायल पर दर्शाई गई होती हैं।
✅ 1. English Text (Original Paragraph):”A magnetic compass is usually a small circular box with a transparent cover on it, as shown in Fig. 4.6.The magnet, in the shape of a needle, is mounted on a pin standing on the bottom of the box.This needle is balanced on the pin in such a manner that it can move around this point easily, that is, it can rotate freely.The end of the needle which rests in the North direction is usually painted red.Below the needle, there is a dial with directions marked on it.How can we make our own magnetic compass?”—✅ 2. Hindi Pronunciation (उच्चारण देवनागरी में):अ मैग्नेटिक कम्पास इज़ यूज़ुअली अ स्मॉल सर्कुलर बॉक्सविद अ ट्रांसपेरेंट कवर ऑन इट, ऐज़ शोन इन फिगर फोर पॉइंट सिक्स।द मैग्नेट, इन द शेप ऑफ अ नीडल, इज़ माउंटेडऑन अ पिन स्टैंडिंग ऑन द बॉटम ऑफ द बॉक्स।दिस नीडल इज़ बैलेंस्ड ऑन द पिनइन सच अ मैनर दैट इट कैन मूव अराउंड दिस पॉइंट ईज़िली,दैट इज़, इट कैन रोटेट फ्रीली।दी एंड ऑफ द नीडल विच रेस्ट्स इन द नॉर्थ डाइरेक्शनइज़ यूज़ुअली पेंटेड रेड।बिलो द नीडल, देयर इज़ अ डायल विद डाइरेक्शन्स मार्क्ड ऑन इट।हाउ कैन वी मेक आवर ओन मैग्नेटिक कम्पास?—✅ 3. Hindi Translation & Explanation (अनुवाद और व्याख्या):🔸 अनुवाद (Translation):एक चुंबकीय कम्पास आमतौर पर एक छोटा गोल डिब्बा होता है,जिसके ऊपर एक पारदर्शी ढक्कन (transparent cover) होता है (जैसा कि चित्र 4.6 में दिखाया गया है)।इस डिब्बे के अंदर चुंबक को सुई के आकार में एक पिन पर रखा गया होता है,जो डिब्बे के निचले भाग में खड़ा होता है।यह सुई उस पिन पर इस तरह संतुलित होती हैकि वह आसानी से उसके चारों ओर घूम सकती है, यानी यह स्वतंत्र रूप से घूम सकती है।सुई का वह सिरा जो उत्तर दिशा में रुकता है,उसे सामान्यतः लाल रंग से रंगा गया होता है।सुई के नीचे एक डायल (घुंघराली पट्टी) होती हैजिस पर दिशाएँ (उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम) लिखी होती हैं।पैरा के अंत में सवाल है:”हम अपना खुद का चुंबकीय कम्पास कैसे बना सकते हैं?”—🔹 Explanation (व्याख्या):यह पैराग्राफ बताता है कि एक चुंबकीय कम्पास कैसे काम करता है और उसकी बनावट कैसी होती है।चुंबकीय कम्पास एक छोटा गोल डिब्बा होता है जिसमें चुंबक सुई के रूप में होता है।यह चुंबक एक पिन पर संतुलित होता है ताकि वह घूम सके।सुई का जो सिरा उत्तर दिशा की ओर रुकता है, वह लाल रंग से चिन्हित होता है।नीचे की तरफ एक डायल होता है जो दिशाओं को दर्शाता है।इसका प्रयोग दिशा पता करने में किया जाता है —और यह पैराग्राफ आपको सोचने को प्रेरित करता है कि आप अपना खुद का कम्पास कैसे बना सकते हैं।
🧭 Magnetic Compass: दिशा-सूचक यंत्र👉 यह विशेषता एक यंत्र बनाने में मदद करती है जिसे कहते हैं —Magnetic Compass (चुंबकीय दिशा सूचक यंत्र)यह एक छोटा सा गोल डिब्बा होता है।इसके अंदर एक सुई होती है जो चुंबकीय होती है।यह सुई उत्तर-दक्षिण दिशा की ओर इशारा करती है।सुई के नीचे दिशा चिह्न (N, S, E, W) वाले डायल बने होते हैं।सुई का जो सिरा उत्तर दिशा की ओर होता है, वह अक्सर लाल रंग में रंगा होता है।
✅ Activity 4.4: Let us construct
Collect a few materials like a cork piece, iron sewing needle, a permanent bar magnet, a glass bowl, and water.Place the iron sewing needle on a wooden table. Then keep any one pole of the magnet at one end of the needle. Move the magnet over the needle along its length as shown in Fig. 4.7a. When it reaches the other end of the needle, lift it up.Bring the same pole of the magnet you started with to the same end of the sewing needle from which you began, and repeat the previous step. Repeat this process at least 30 to 40 times.Bring some iron filings or steel pins near the needle. If the pins or iron filings get attracted to the needle, then that means that the needle has become a magnet.Pass this needle through the cork horizontally. Float the cork in a glass bowl filled with water, such that the needle always remains above the level of water as shown in Fig. 4.7b.When the needle comes to rest, your magnetic compass is ready for use. Note the direction in which either side of the needle points.Rotate the cork gently and wait till it stops rotating. Repeat this a few more times. Do the ends of the needle always point in the same direction?Much before the widespread use of the modern magnetic compass (Fig. 4.6), a device similar to the compass needle made by you (Fig. 4.7b) was used by Indians for navigation at sea. It consisted of a magnetised fish-shaped iron piece, kept in a vessel of oil. It was called matsya-yantra (or machchh-yantra).
✅ 2. Hindi Pronunciation (उच्चारण देवनागरी लिपि में):ऐक्टिविटी फोर पॉइंट फोर: लेट अस कंस्ट्रक्टकलेक्ट अ फ्यू मटीरियल्स लाइक अ कॉर्क पीस, आयरन सिविंग नीडल, अ परमानेंट बार मैग्नेट, अ ग्लास बाउल, एंड वॉटर।प्लेस द आयरन सिविंग नीडल ऑन अ वुड़न टेबल। देन कीप एनी वन पोल ऑफ द मैग्नेट ऐट वन एंड ऑफ द नीडल। मूव द मैग्नेट ओवर द नीडल अलॉन्ग इट्स लेंथ ऐज़ शोन इन फिगर फोर पॉइंट सेवन ए। व्हेन इट रीचेज द अदर एंड ऑफ द नीडल, लिफ्ट इट अप।ब्रिंग द सेम पोल ऑफ द मैग्नेट यू स्टार्टेड विद टू द सेम एंड ऑफ द सिविंग नीडल फ्रॉम विच यू बेगन, एंड रिपीट द प्रीवियस स्टेप। रिपीट दिस प्रोसेस ऐट लीस्ट थर्टी टू फॉर्टी टाइम्स।ब्रिंग सम आयरन फाइलिंग्स और स्टील पिन्स नियर द नीडल। इफ द पिन्स और आयरन फाइलिंग्स गेट अट्रैक्टेड टू द नीडल, देन दैट मीन्स दैट द नीडल हैज़ बिकम अ मैग्नेट।पास दिस नीडल थ्रू द कॉर्क होरिजॉन्टली। फ्लोट द कॉर्क इन अ ग्लास बाउल फिल्ड विद वॉटर, सच दैट द नीडल ऑलवेज़ रीमेन्स अबव द लेवल ऑफ वॉटर ऐज़ शोन इन फिगर फोर पॉइंट सेवन बी।व्हेन द नीडल कम्स टू रेस्ट, योर मैग्नेटिक कम्पास इज़ रेडी फॉर यूज़। नोट द डायरेक्शन इन विच ईदर साइड ऑफ द नीडल पॉइंट्स।रोटेट द कॉर्क जेन्टली एंड वेट टिल इट स्टॉप्स रोटेटिंग। रिपीट दिस अ फ्यू मोर टाइम्स। डू द एंड्स ऑफ द नीडल ऑलवेज़ पॉइंट इन द सेम डायरेक्शन?मच बिफोर द वाइडस्प्रेड यूज़ ऑफ द मॉडर्न मैग्नेटिक कम्पास, अ डिवाइस सिमिलर टू द कम्पास नीडल मेड बाय यू वाज़ यूज़्ड बाय इंडियन्स फॉर नेविगेशन ऐट सी। इट कंसिस्टेड ऑफ अ मैग्नेटाइज़्ड फिश-शेप्ड आयरन पीस, केप्ट इन अ वेसल ऑफ ऑयल। इट वाज़ कॉल्ड मत्स्य-यंत्र (और मच्छ-यंत्र)।
✅ 3. Hindi Translation & Explanation (अनुवाद और व्याख्या):🔸 अनुवाद (Translation):गतिविधि 4.4: चलो बनाएँकुछ वस्तुएँ इकट्ठी कीजिए — जैसे कॉर्क का टुकड़ा, लोहे की सिलाई की सुई, एक स्थायी बार चुंबक, एक कांच का कटोरा और पानी।लोहे की सिलाई की सुई को लकड़ी की मेज़ पर रखिए। फिर चुंबक के किसी एक सिरे को सुई के एक सिरे पर रखिए। चुंबक को सुई की लंबाई के साथ-साथ खींचिए (चित्र 4.7a)। जब चुंबक सुई के दूसरे सिरे पर पहुँच जाए, तो उसे उठा लीजिए।उसी चुंबकीय सिरे को फिर से सुई के उसी सिरे पर रखिए जहाँ से आपने शुरू किया था और वही प्रक्रिया दोहराइए। इसे 30 से 40 बार दोहराइए।अब कुछ लोहे की बुरादे या स्टील की पिन को सुई के पास लाकर देखिए। अगर वे सुई से चिपक जाएँ, तो इसका मतलब है कि सुई चुंबक बन गई है।अब उस सुई को कॉर्क के टुकड़े में क्षैतिज (horizontal) रूप से डालिए। फिर कॉर्क को पानी से भरे कांच के कटोरे में तैरा दीजिए, इस तरह कि सुई हमेशा पानी की सतह से ऊपर रहे (चित्र 4.7b)।जब सुई स्थिर हो जाए, तो आपका चुंबकीय कम्पास तैयार है। देखें कि सुई का कौन-सा सिरा किस दिशा की ओर इशारा कर रहा है।अब कॉर्क को धीरे से घुमाइए और रुकने दीजिए। इसे कई बार दोहराइए। क्या हर बार सुई के सिरे एक ही दिशा की ओर इशारा करते हैं?बहुत पहले, जब आधुनिक चुंबकीय कम्पास का उपयोग नहीं होता था, भारत में समुद्र में दिशा जानने के लिए इसी तरह की एक यंत्र का प्रयोग होता था। यह एक चुंबकीय मछली के आकार की लोहे की वस्तु होती थी जिसे तेल के बर्तन में रखा जाता था। इसे मत्स्य-यंत्र (या मच्छ-यंत्र) कहा जाता था।
🔹 Explanation (व्याख्या):इस गतिविधि में बताया गया है कि हम घरेलू सामान की मदद से अपना चुंबकीय कम्पास कैसे बना सकते हैं।चुंबक को बार-बार सुई पर रगड़कर, आप सुई को एक चुंबक में बदल सकते हैं।सुई को कॉर्क में डालकर पानी में तैरा कर, आप देख सकते हैं कि यह हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थिर होती है।यह प्रक्रिया यह दिखाती है कि चुंबकीय गुण सुई में आ सकते हैं, और इस तरह का कृत्रिम कम्पास दिशा जानने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।अंत में, यह भी बताया गया है कि प्राचीन भारत में लोग मछली के आकार के चुंबक को तेल के पात्र में रखकर दिशा ज्ञात करते थे, जिसे मत्स्य-यंत्र कहा जाता था — यह हमारे वैज्ञानिक इतिहास का प्रमाण है।
🧲 Section 4.4: Attraction and Repulsion between Magnets(चुंबकों के बीच आकर्षण और प्रतिकर्षण)
📘 Activity 4.5: Let us experiment(आओ प्रयोग करें)English Text (Simplified):Take two bar magnets A and B with marked poles. Place magnet A on pencils so it can roll. Now bring one end of magnet B near one end of magnet A without touching it. Observe what happens.Now bring the other end of magnet B near the same end of magnet A. What do you observe?
📜 उच्चारण (देवनागरी में):टेक टू बार मैग्नेट्स ए एंड बी विद मार्क्ड पोल्स। प्लेस मैग्नेट ए ऑन पेंसिल्स सो इट कैन रोल। नाउ ब्रिंग वन एंड ऑफ मैग्नेट बी नियर वन एंड ऑफ मैग्नेट ए विदाउट टचिंग इट। ऑब्ज़र्व व्हाट हैपन्स। नाउ ब्रिंग द अदर एंड ऑफ मैग्नेट बी नियर द सेम एंड ऑफ मैग्नेट ए। व्हाट डू यू ऑब्ज़र्व?
🪄 हिंदी में व्याख्या:दो चुंबक (A और B) लीजिए, जिन पर North और South poles बने हों।चुंबक A को गोल पेंसिलों पर रखिए ताकि वह आसानी से आगे-पीछे खिसक सके।अब चुंबक B को चुंबक A के एक सिरे के पास (बिना छुए) ले जाइए और देखिए क्या होता है।फिर चुंबक B का दूसरा सिरा चुंबक A के उसी सिरे के पास ले जाइए और फिर देखिए क्या होता है।
👉 आप पाएंगे कि:यदि विपरीत ध्रुव (North–South) पास लाए जाते हैं, तो चुंबक पास खिंचते हैं – इसे कहते हैं आकर्षण (Attraction)यदि समान ध्रुव (North–North या South–South) पास लाए जाते हैं, तो चुंबक एक-दूसरे से दूर हटते हैं – इसे कहते हैं प्रतिकर्षण (Repulsion)
🔄 Activity (4.6): Compass Needle Experiment
यदि आप चुंबकीय कंपास के पास चुंबक का North pole लाते हैं, तो कंपास की सुई दूर हट जाती है।अगर चुंबक का South pole लाते हैं, तो सुई पास आती है।
🧲 इसका मतलब:समान ध्रुव = दूर हटते हैं (Repel)
विपरीत ध्रुव = पास आते हैं (Attract)
📘 एक छोटा Revision:
❓ प्रश्न: समान ध्रुवों (Like poles) के बीच क्या होता है?उत्तर: वे एक-दूसरे को दूर हटाते हैं (Repel)
❓ प्रश्न: विपरीत ध्रुवों (Unlike poles) के बीच क्या होता है?उत्तर: वे एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं (Attract)
❓ प्रश्न: चुंबक की कौन-सी विशेषता हमें पहचानने में मदद करती है कि वह चुंबक है या नहीं?उत्तर: प्रतिकर्षण (Repulsion)। अगर किसी वस्तु को चुंबक से दूसरा चुंबक दूर धकेलता है, तो वह भी चुंबक है।
🎉 Section 4.5: Fun with Magnets(चुंबकों से मज़ेदार गतिविधियाँ)
🧒🏻 Background:Reshma was excited after learning about magnets. So she planned to use this knowledge in fun experiments for her school fair.
🧪 Fun Activities with Magnets—
🔹 1. Magnetic Garland (चुंबकीय माला)Explanation in Hindi:क्या चुंबकों को धागे में पिरोकर एक माला बनाई जा सकती है? हाँ, क्योंकि चुंबक एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं या दूर हटाते हैं, तो वे बिना छुए भी एक-दूसरे से जुड़ सकते हैं।
🔹 2. Maze with Steel Balls (Maze खेल)Explanation in Hindi:एक गत्ते की ट्रे (tray) में लोहे की गेंदें रखो। अब ट्रे के नीचे चुंबक घुमाकर इन गेंदों को बिना छुए बाहर निकाल सकते हैं।👉 यह चुंबक का अदृश्य बल दर्शाता है।
🔹 3. Paperclip in Water (क्लिप निकालो)Explanation in Hindi:यदि पानी में स्टील की क्लिप गिर गई हो, तो उसे बिना हाथ या चुंबक गीला किए बाहर निकाल सकते हैं — बस चुंबक को बर्तन के नीचे से ले जाएँ।
🔹 4. Matchbox Magnet Cars (चुंबक कारें)Explanation in Hindi:दो माचिस की डिब्बियों में चुंबक लगाइए। यदि समान ध्रुव आमने-सामने हों, तो कारें एक-दूसरे से दूर भागेंगी।
👉 यह प्रतिकर्षण (Repulsion) दिखाता है।
📘 एक छोटा Revision:
❓ प्रश्न: क्या चुंबक बिना छुए वस्तुओं को हिला सकते हैं?उत्तर: हाँ, चुंबक का बल वस्तु को बिना छुए खींच सकता है।—
❓ प्रश्न: जब दो चुंबकों के समान ध्रुव सामने हों, तो वे क्या करते हैं?उत्तर: वे एक-दूसरे को दूर धकेलते हैं (Repel करते हैं)।—
❓ प्रश्न: एक क्लिप जो पानी में गिरी हो, क्या उसे चुंबक से निकाला जा सकता है बिना चुंबक को
✅ 1. Fill in the Blanks (रिक्त स्थान भरिए):
1. Unlike poles of two magnets ________ each other, whereas like poles ________ each other.👉 विपरीत ध्रुव एक-दूसरे को ________, जबकि समान ध्रुव एक-दूसरे को ________ करते हैं।2. The materials that are attracted towards a magnet are called ________.👉 वे पदार्थ जो चुंबक से आकर्षित होते हैं, उन्हें ________ कहा जाता है।3. A magnet always has ________ poles.👉 एक चुंबक में हमेशा ________ ध्रुव होते हैं।4. A freely suspended magnet comes to rest along the ________ direction.👉 स्वतंत्र रूप से लटका चुंबक ________ दिशा में स्थिर होता है।5. The magnetic compass contains a needle that shows the ________ direction.👉 चुंबकीय कंपास में सुई ________ दिशा दिखाती है।—
✅ 2. True or False (सही या गलत लिखिए):कथन (Statement) True (T) / False (F)(i) A magnet can be broken into pieces to obtain a single pole. (ii) Similar poles of two magnets repel each other. (iii) Iron filings mostly stick to the center of the magnet. (iv) The needle of a magnetic compass rests along the north-south direction. (v) Plastic is a magnetic material. —
✅ 4. Very Short Questions (एक वाक्य में उत्तर दीजिए):1. What is lodestone?2. Name any two magnetic materials.3. Name any two non-magnetic materials.4. What happens when like poles of magnets are brought close?5. What is the name of the instrument used to find directions?—
✅ 5. Short Answer Questions (2–3 lines):1. What are magnetic materials? Give examples.2. Explain the use of magnetic compass in finding direction.3. What happens when a magnet is freely suspended?4. Can a magnet have only
one pole? Explain.5. How will you identify a magnet from a piece of iron?—
✅ 1. Fill in the Blanks (उत्तर सहित):
1. Attract, repel👉 विपरीत ध्रुव एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं, जबकि समान ध्रुव एक-दूसरे को दूर हटाते हैं।
2. Magnetic materials👉 चुंबक से आकर्षित होने वाले पदार्थ चुंबकीय पदार्थ कहलाते हैं।
3. Two👉 चुंबक के हमेशा दो ध्रुव होते हैं।
4. North–South👉 स्वतंत्र रूप से लटका चुंबक उत्तर-दक्षिण दिशा में टिकता है।
5. North–South👉 चुंबकीय कंपास की सुई उत्तर-दक्षिण दिशा दिखाती है।—✅
2. True or False (सही/गलत):कथन (Statement)
उत्तर
(i) A magnet can be broken into pieces to obtain a single pole. False ❌
(ii) Similar poles of two magnets repel each other. True ✅
(iii) Iron filings mostly stick to the center of the magnet. False ❌
(iv) The needle of a magnetic compass rests along the north-south direction. True ✅
(v) Plastic is a magnetic material. False ❌—✅
✅ 4. Very Short Answers (1 line):
1. What is lodestone?👉 A natural magnet found in nature.लोडस्टोन एक प्राकृतिक चुंबक है।
2. Name any two magnetic materials.👉 Iron, nickelलोहा, निकेल
3. Name any two non-magnetic materials.👉 Plastic, woodप्लास्टिक, लकड़ी
4. What happens when like poles are brought close?👉 They repel each other.वे एक-दूसरे को दूर हटाते हैं।
5. What is the instrument used to find directions?
👉 Magnetic compassचुंबकीय दिशा सूचक यंत्र—
✅ 5. Short Answer Questions (2–3 lines):
1. What are magnetic materials? Give examples.👉 Materials which are attracted towards magnets are called magnetic materials.Examples: Iron, nickel, cobaltजो पदार्थ चुंबक से आकर्षित होते हैं, उन्हें चुंबकीय पदार्थ कहते हैं।–
-2. Explain the use of magnetic compass.👉 It has a needle that always points in the north-south direction and helps in finding directions.चुंबकीय कंपास की सुई हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में टिकती है, जिससे दिशा पता चलती है।—
3. What happens when a magnet is freely suspended?👉 It always comes to rest in the north-south direction.यह हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में स्थिर होता है।—
4. Can a magnet have only one pole?👉 No, a magnet always has both North and South poles, even if broken.नहीं, चुंबक में हमेशा दोनों ध्रुव होते हैं, चाहे उसे तोड़ भी दिया जाए।—
5. How will you identify a magnet from a piece of iron?
👉 By checking repulsion — only magnets repel other magnets.प्रतिकर्षण (Repulsion) से; केवल चुंबक ही दूसरे चुंबक को दूर धकेलता है।
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